चंडीगढ़: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में 19 साल की छात्रा के साथ दरिंदगी के मामले में गिरफ्तार किए तीन आरोपियों को सिविल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। 19 साल की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी निशु, दीनदयाल और डॉक्टर संजीव को गिरफ्तार किया था। इसके पहले, पुलिस ने इस जघन्य अपराध से जुड़े कई हैरान करने वाले खुलासे भी किए थे।
तीनों आरोपियों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
वहीं, गैंगरेप के इस मामले में एक डॉक्टर को भी गिरफ्तार किया गया था। इस बाबत पुलिस ने बताया था कि छात्रा से दुष्कर्म के बाद पीड़िता की हालत बिगड़ने पर मुख्य आरोपी निशु ने डॉक्टर संजीव को कॉल कर बुलाया था जिसने पीड़िता का प्राथमिक उपचार भी किया। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर को इस अपराध की जानकारी थी लेकिन उसने पुलिस को कुछ नहीं बताया।
पुलिस की लापरवाही भी आई सामने
इस मामले से संबंधित शिकायत महेंद्रगढ़ जिले में लिखवाई गई थी। शुरुआत में पुलिस की लापरवाही की बात भी सामने आई थी। कहा गया कि पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में 24 घंटों से ज्यादा की देरी की थी, जिसकी वजह से आरोपियों को फरार होने में मदद मिली।
19 साल की छात्रा से हैवानियत
बता दें कि 19 साल की टॉपर के साथ बीते बुधवार को गैंगरेप का मामला सामने आया था। वह कोचिंग सेंटर से घर लौट रही थी उसी समय बस अड्डे से पंकज और मनीष नाम के दो युवकों ने युवती को लिफ्ट देने के बहाने अगवा कर लिया था। आरोपी युवती के गांव के ही रहने वाले थे इसलिए वह उन्हें जानती थी। आरोपी युवती को लिफ्ट देकर उसे एक सुनसान स्थान पर ले गए जहां उसे नशीला पेय पदार्थ पिलाकर उससे सामूहिक बलात्कार किया। Source oneindia