भविष्य की तैयार रेल प्रणाली के लिए अवसंरचना निर्माण कार्य को आगे बढ़ाते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री माननीय श्री बी एस येदियुरप्पा तथा भारत सरकार के रेल, वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य और खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण मंत्री माननीय श्री पीयूष गोयल ने दक्षिण पश्चिम रेलवे के शिमोगा सेक्शन में रोड़ ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण की आधारशिला रखी। ये आरओबी तीन लेवल क्रॉसिंग गेट (एलसी-34, 49, 52)-शिवमोग्गा में 2 और दक्षिण पश्चिम रेलवे के मैसूर डिविजन के अंतर्गत भद्रावती में एक रेलवे क्रॉसिंग- के बदले में बनाए जा रहे हैं। श्री गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आधारशिला रखी जबकि अन्य गणमान्य व्यक्ति शिमोगा में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री माननीय श्री बी एस येदियुरप्पा ने केन्द्रीय मंत्री माननीय श्री पीयूष गोयल को इस पहल के लिए बधाई दी और कर्नाटक में विभिन्न रेल परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार के सहयोग का आश्वासन भी दिया।
इस अवसर पर श्री पीयूष गोयल ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आज तीन रोड़ ओवरब्रिज की आधारशिला रखी गई है। मुझे विश्वास है कि हम तेजी से काम करेंगे। ये परियाजनाएं शिवमोग्गा के लोगों की सेवा करेंगी। इससे व्यवसाय में सुगम्यता आएगी और लोगों की जिंदगी और अधिक सुविधाजनक होगी। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से समय की बचत होगी और सुरक्षा बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि शिवमोग्गा में किए जा रहे कार्य से यह असाधारण पर्यटन स्थल बनेगा। शिवमोग्गा में भारत का सबसे ऊंचा तथा एशिया का दूसरा सबसे ऊंचा जल प्रपात है। उन्होंने कहा कि शिवमोग्गा से शिकारीपुरा और रानीबेन्नूर में 103 किलोमीटर की नई लाइन बिछाने के कार्य में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि बेंगलुरू से चलने वाली जनशताब्दी ट्रेन तथा तिरुपति और चेन्नई से चलने वाली एक्सप्रेस रेलगाडि़यां पहले से शिमोगा के लोगों की सेवा में हैं।
तीन लेवल क्रॉसिंग के समाप्त होने से संचालन सुरक्षा में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी और परिणामस्वरूप कार्यकुशलता तथा उत्पादकता बढ़ेगी। रेलवे ने 2030 तक भविष्य के लिए तैयार रेल प्रणाली बनाने के लिए राष्ट्रीय रेल योजना की घोषणा की है। भारत को मेक-इन इंडिया सक्षम बनाने के लिए उद्योग की लॉजिस्टिक लागत को कम करना रणनीति के मूल में है।
तीन लेवलक्रॉसिंग गेटों के स्थान पर आरओबी के निर्माण से सड़क पर अबाधित रूप से आवाजाही सुनिश्चित होगी तथा शिवमोग्गा तथा भद्रावती में संपर्क सड़कों पर भीड-भाड़ कम होगी। लागत साझा करने वाली इन तीन परियोजनाओं की अनुमानित लागत लगभग 115 करोड़ रुपए है। इनके कार्यों के लिए ठेके दे दिए गए हैं।