लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन ‘‘गोपाल जी’’ ने आज अपने कार्यालय में 06 राजकीय मेडिकल कालेजों एवं कानपुर के 02 चिकित्सा संस्थानों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सभी 06 राजकीय मेडिकल कालेजों मेरठ, आगरा, झांसी, गोरखपुर, प्रयागराज व कानपुर में आई0सी0यू0 समेत आधुनिक बर्न यूनिटों का निर्माण इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने के निर्देश दिये। ये बर्न यूनिट केन्द्र सरकार से प्राप्त सहायता तथा ‘‘रानी लक्ष्मीबाई योजना’’ के तहत बनाये जायेंगे।
श्री टंडन ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश के पुराने मेडिकल कालेजों में 310 एम0बी0बी0एस0 सीटों की वृद्धि हुई है। 04 मेडिकल कालेजों यथा गोरखपुर प्रयागराज, कानपुर तथा मेरठ में इस निमित्त लेक्चर थियेटर, हाॅस्टल आदि की सुविधाओं के लिए लगभग 250 करोड़ रूपये का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है। अवशेष 02 मेडिकल कालेज आगरा तथा झांसी को भी प्रस्ताव बनाकर भेजने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने राजकीय मेडिकल कालेज आगरा तथा मेरठ में मरीजों की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर, अमृत फार्मेसी, शौचालय तथा कैण्टीन से युक्त रिसेप्शन ब्लाॅक का कार्य कानपुर में 02 माह में तथा मेरठ में 04 माह में पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कानपुर मेडिकल कालेज के निर्माणाधीन 100 शैय्यायुक्त मैटरनिटी संेटर को भी इसी वर्ष पूर्ण करने के निर्देश दिये।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि मेरठ व झांसी मेडिकल काॅलेज में रेडियो थेरेपी विभाग में कोवाल्ट सोर्स निष्प्रयोज्य होने के कारण अनेक वर्षों से सिकाई नहीं हो पा रही थी। इस निमित्त दोनों मेडिकल काॅलेजों में लगभग 1.5-1.5 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया गया है। कोवाल्ट सोर्स की पुर्नस्थापना हेतु 3 माह का समय दिया गया।
श्री टंडन ने बताया कि सभी 06 मेडिकल काॅलेजों में लगभग एक दर्जन यूजी/पीजी छात्रावास निर्माणाधीन हैं, जिनका कार्य 03 माह में पूर्ण किया जायेगा। इसी के साथ छात्रहित में आगरा में नवीन आधुनिक पुस्तकालय की स्थापना की जायेगी। मेरठ मेडिकल काॅलेज का पुस्तकालय इसी माह के अन्त तक पूर्ण कर लिया जायेगा। सभी मेडिकल काॅलेजों में 10 नये शव वाहन तथा 12 नई एम्बुलेन्स स्वीकृत करते हुए शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्णय लिये गये।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा, डा0 रजनीश दुबे, सचिव, चिकित्सा शिक्षा, श्री मुकेश मेश्राम, महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, प्रो0 के0के0 गुप्ता, अपर निदेशक, प्रो0 एन0सी0 प्रजापति व सभी उक्त राजकीय मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्य एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।