नई दिल्ली: शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विकास के लिये क्षेत्रीय योजना के परिणामस्वरूप पिछले वर्षों के दौरान दिल्ली में जनसंख्या वृद्धि की दर में कमी आई है।
श्री नायडू ने आज यहां राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय विकास योजना के सकारात्मक परिणामों के बारे में चर्चा की। श्री नायडू ने कहा कि दिल्ली में प्रवास के लिये आने वाली लोगों में कमी होने और दिल्ली से बाहर जाने के कारण दिल्ली की जनसंख्या वृद्धि दर वर्ष 1991-2001 की 47 प्रतिशत से घटकर 2001-11 में 21.20 प्रतिशत हो गई, जो साबित करता है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (एनसीआरपीबी) की स्थापना के लक्ष्यों को पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनसीआरपीबी देश के विकास में देश में अंतर-राज्यीय सहयोग और विकास का एक बेजोड़ नमूना है। दिल्ली और हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान का कुछ हिस्सा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है, जिसकी जनसंख्या लगभग 5 करोड़ है। एनसीआरपीबी की ओर से क्षेत्रीय योजना के माध्यम से इस क्षेत्र में संतुलित और सुसंगत विकास को अंजाम दिया जाता है।
एनसीआरपीबी की 35वीं बैठक में अनेक एजेंडे पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री श्री सत्येन्द्र जैन, राजस्थान के शहरी विकास मंत्री श्री राजपाल शेखावत और उत्तर प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री एन.सी. बाजपेयी के अलावा सदस्य राज्यों के मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। शहरी विकास मंत्रालय में सचिव श्री मधुसुदन प्रसाद, आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय में सचिव सुश्री नंदिता चटर्जी और कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे।