टीम इंडिया में अगर शामिल होना है तो उसके लिए पहले यो-यो टेस्ट पास करना होगा। यह मानना है टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री आैर कप्तान विराट कोहली का, लेकिन पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को खिलाड़ी की फिटनेस परखने का यह तरीफा पसंद नहीं आया। लिहाजा उन्होंने इसपर एक अहम बात कह डाली।
सचिन ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू के दाैरान कहा, ‘मैं इस बात का समर्थक नहीं हूं कि टीम में चयन का एकमात्र आधार सिर्फ यो-यो टेस्ट हो। मुझे लगता है कि फिटनेस आज महत्वपूर्ण मुद्दा है, लेकिन खिलाड़ी की फिटनेस को मापने के लिए और भी कई माध्यम हो सकते हैं।’
यो-यो चयन का आधार नहीं
क्रिकेटर के भगवान सचिन ने कहा कि मुझे लगता है फिल्डिंग के कुछ मानक फिटनेस के मानक हो सकते हैं। मैंने कभी भी यो-यो टेस्ट पास नहीं किया। हमें बीप टेस्ट से गुजरना पड़ता था। फिर भी मुझे लगता है यो-यो टेस्ट चयन का एकमात्र आधार नहीं हो सकता। खिलाड़ी की खेलने की क्षमता और कैसे वह खुद को फिट रखता है यह बहुत महत्वपूर्ण है।