नई दिल्ली: सबसे सस्ते टैबलेट का सपना लेकर भारतीयों तक पहुंची डाटाविंड अब सबसे सस्ता इंटरनेट का सपना दिखा रही है। कंपनी के अनुसार वह वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर (VNO) के लिए आवेदन करेगी और लाइसेंस मिलने पर मात्र 100 रुपये में एक साल तक इंटरनेट सेवा देगी।
वीएनओ के लिए सरकार दिशा-निर्देश जारी कर चुकी है। इसी के बाद डाटाविंड ने मोबाइल वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर परियोजना पर 100 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनायी है। कंपनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीत सिंह तुली ने एक चर्चा में इस दिशा-निर्देश का स्वागत करते हुये कहा कि देश के 100 करोड़ लोग अभी भी इंटरनेट सेवा से वंचित है।
तुली ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इसके लिए सलाना कम से कम 1200 रुपये खर्च करने की स्थिति में नहीं हैं। इसके मद्देनजर उनकी कंपनी मात्र 100 रुपये वार्षिक शुल्क पर आम लोगों को इंटरनेट देना चाहती है। इसके तहत ग्राहक हर तरह से इंटरनेट का उपयोग कर सकेगा।
3जी एवं 4जी समर्थित सस्ते मोबाइल फोन और टैबलेट बनाने वाली डाटाविंड के सीईओ ने कहा कि अभी भी उनकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस और टेलीनॉर के साथ मिलकर अपने ग्राहकों को एक साल तक नि:शुल्क इंटरनेट सेवायें उपलब्ध करा रही है। इसके लिए कई अन्य कंपनियों से उनकी बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि जो टेलीकॉम कंपनी वीएनओ इंफ्रास्ट्रक्चर पहले तैयार करेगी उनकी कंपनी उसके साथ करार कर दिवाली से पहले ग्राहकों को सस्ती इंटरनेट सेवा देना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि दूरसंचार विभाग ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि VNO के लिए आवेदन के 60 दिन के अंदर लाइसेंस मिल जाएगा। वीएनओ के लिए प्रत्येक टेलीकॉम सर्किल के लिए 7.5 करोड़ रुपये का एकमुश्त नॉन रिफंडेबल शुल्क देना होगा और प्रत्येक सेवा के लिए अलग-अलग शुल्क लगेगा।
साभार हिन्दुस्तान लाइव
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