लखनऊ: समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय में, पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी की 11वीं पुण्यतिथि सादगी से मनायी गयी। श्रद्धेय चन्द्रशेखर जी के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया। नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन ने कहा कि चन्द्रशेखर जी समाजवादी विचारधारा के बड़े नेता थे। जय प्रकाश नारायण की गिरफ्तारी होने पर कांग्रेसी सांसद होने के बाद भी श्री चन्द्रशेखर ने संसद मार्ग थाना जाकर गिरफ्तारी दी। वे पूंजीवाद के प्रबल विरोधी थे। अपने जीवन में विचारधारा से हटकर उन्होंने कभी समझौता नहीं किया। उनकी विचारधारा को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव आगे ले जाने का काम कर रहे हैं।
श्री अहमद हसन ने कहा कि समाजवादी व्यवस्था में सांप्रदायिकता और पूंजीवाद के लिये कोई स्थान नहीं हो सकता। वर्तमान दौर में पूंजीवादी ताकतों और साम्प्रदायिकता से लड़ने की सबसे अधिक जरूरत हैं। यह लड़ाई समाजवादी ही लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों और नौजवानों को चन्द्रशेखर जी के बारे में जानना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के लिए समाजवादी संघर्षरत है। समाज में सांप्रदायिकता, सामाजिक विघटन और गैर बराबरी लगातार बढ़ रही है। भाजपा और आरएसएस जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी एकजुट होकर इन खतरों से मुकाबला करेगी और समाज में व्याप्त असमानता को दूर करेगी।
श्री चौधरी ने कहा कि चन्द्रशेखर जी ने पदयात्रा के दौरान देश की तत्कालीन समस्याओं यथा गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी की जटिलता को महसूस किया। उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को चन्द्रशेखर जी की पुण्यतिथि पर समाजवादी विचार को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। साथ ही चन्द्रशेखर जी की जेल डायरी और यंग इण्डिया के माध्यम से संघर्ष और विचार की समझ भी बढ़ानी चाहिए।
इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद सर्वश्री एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह, पूर्व मंत्री अताउर्रहमान, जगदीप सिंह यादव, मधुकर त्रिवेदी, कर्नल सत्यवीर सिंह यादव, विजय सिंह यादव, राम सागर यादव, मणेन्द्र मिश्र, राष्ट्रीय अध्यक्ष छात्रसभा राहुल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष युवजन सभा बृजेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष यूथ ब्रिगेड मो0 एबाद, प्रदेश अध्यक्ष लोहिया वाहिनी प्रदीप तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा दिग्विजय सिंह देव, अनिल सिंह वीरू, गीता पाण्डेय, ऊषा सिंह, रेनूबाला, विद्या यादव, जीतू वर्मा, महेन्द्र यादव, अनूप सिंह, प्रदीप शर्मा, सिद्धार्थ मिश्रा, अरूण यादव, अनूप बारी, दिलीप कमलापुरी, लोकेश यादव, इं0 अरविन्द यादव और प्रदीप सिंह आदि सैकड़ों उपस्थित थे।