नई दिल्ली: केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे ने नई दिल्ली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा विकसित जीवन कौशल पाठ्यक्रम लॉन्च किया।
श्री धोत्रे ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में जीवन कौशल का विकास होना चाहिए, क्योंकि यह ज्ञान प्राप्ति का एक जरूरी हिस्सा है। उन्होंने परीक्षाओं में अधिकतम अंक प्राप्त करने की इच्छा से संबंधित समस्या को रेखांकित किया। परीक्षा आधारित ऐसी शिक्षा रटने की विधा तथा कुछ चयनित पाठों को पढ़ने को बढ़ावा देती है। वास्तविक जीवन में व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यूजीसी द्वारा विकसित जीवन कौशल पाठ्यक्रमों के बारे में श्री धोत्रे ने कहा कि इससे देश के युवाओं में कुशलता बढ़ेगी।
भारत में, गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा की मांग बढ़ी है। देश में कौशल प्राप्त स्नातकों की आवश्यकता है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने क्वालिटी मेनडेट (विशिष्ट आदेश पत्र) और इसके उद्देश्य जारी किये। इसे कुलपतियों और अनुसंधान व नवोन्मेष निदेशकों के राष्ट्रीय सम्मेलन (26-28 जुलाई, 2018) में अपनाया गया। जीवन कौशल इसका एक हिस्सा है।
स्कूलों तथा कॉलेजों में प्राप्त ज्ञान और जीवन अनुभव के द्वारा विकसित व्यक्ति के गुणों को जीवन कौशल पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। इससे व्यक्ति को दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना करने में मदद मिलेगी।