पुणे: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता संजय दत्त आर्म्स एक्ट मामले में अपनी सजा पूरी करने के बाद पुणे की यरवदा जेल से रिहा हो गए हैं संजय दत्त जब
जेल से बाहर आए तो उनके चेहरे पर खुशी दिखी। बाहर निकलते ही वे पीछे मुड़े और जेल पर लगे तिरंगे को सलाम किया और फिर अपना बैग उठा कर पत्नी और दोस्तों से मिले। रिहा होने के बाद वे चार्टर्ड प्लेन से मुंबई के लिए रवाना हुए। मुंबई पहुंच कर वे सीधे सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन करने जाएंगे। इसके बाद बड़ा कब्रिस्तान में मां नरगिस की कब्र पर श्रद्धांजलि देने जाएंगे।
मुंबई के लिए रवाना होने से पहले संजय दत्त ने कहा कि आप सब के सपोर्ट के लिए शुक्रिया, देयर इज नो ईजी वे टू फ्रीडम यानी कि आजादी पाना आसान नहीं है। वर्ष 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में हथियार रखने के जुर्म में सजा पाए संजय दत्त सजा पूरी होने से 103 दिन पहले ही रिहा हो रहे हैं। ऐसा उनके अच्छे आचरण को देखते हुए किया गया है।
बहन प्रिया दत्त ने भाई की रिहाई पर खुशी जताते हुए कहा कि यह उनके लिए भावुक दिन है, ‘यकीन नहीं होता कि 23 साल पुराना केस खत्म हो गया है, संजय को ताकत देना हमारी जिम्मेदारी है।
संजय दत्त को वेलकम करने के लिए बांद्रा स्थित उनके घर के बाहर रात से ही फैन्स की भीड़ जुटी हुई है। संजय की घर वापसी पर वेलकम पार्टी आयोजित की जाएगी। उनके खास दोस्त अजय देवगन, अपूर्व लाखिया, राजकुमार हिरानी, विधु विनोद चोपड़ा, बंटी वालिया और रजत रवैल इस दौरान संजय के पाली हिल स्थित बंगले पर मौजूद रहेंगे। सलमान खान भी उनके वेलकम के लिए पहुंच सकते हैं।
समय से पहले संजय की रिहाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में पिटीशन दायर की गई है, इस पर गुरुवार को सुनवाई होगी। वहीं उनकी रिहाई की खिलाफत करने वालों ने जेल के बाहर प्रदर्शन किया। संजय की जल्दी रिहाई की जांच होनी चाहिए। इन प्रदर्शनकारियों में से कुछ को गुरुवार सुबह ही पुलिस ने हिरासत में भी लिया।
संजय ने मई 2013 में उस समय आत्मसमर्पण किया था, जब उच्चतम न्यायालय ने 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों के मामलेे में हथियार रखने के जुर्म में सत्र अदालत की ओर से उन्हें सुनाई गई सजा बरकरार रखी थी। इतना ही नहीं सजा के दौरान संजय दत्त पैरोल में तकरीबन 120 दिन बाहर रहे हैं। सबसे दिसम्बर 2013 में उन्हें 90 दिन की पैराल मिली थी, जबकि उसके बाद 30 दिन का पैराले और मिला था।