नई दिल्ली: केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष कुमार गंगवार ने आज मुंबई (महाराष्ट्र) के अंधेरी (पश्चिम) में ईएसआईसी नगर का भूमि पूजन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) कामगारों और साथ ही साथ अपने कर्मचारियों के कल्याण के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। अपने कर्मचारियों को बेहतर रहने की स्थितियां और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम 121 करोड़ रुपये की अनुमानित परियोजना लागत में अंधेरी (पश्चिम), मुंबई के डी. एन. नगर में 6.52 एकड़ के भूखंड पर उनके लिए ईएसआईसी नगर विकसित करने जा रहा है। पहले चरण में तीन बहुमंजिला इमारतों में 228 स्टाफ आवासों के साथ 285 की संख्या में प्रस्तावित कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। स्टाफ आवास और संबद्ध सुविधाओं का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा।
श्री गंगवार ने ईएसआईसी की हाल ही में शुरू की गई “अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना” के बारे में भी जानकारी दी। ये योजना वो राहत है जो उन बीमित व्यक्तियों के बैंक खाते में सीधे देय है जो बेरोजगारी की स्थिति में हैं या नया काम ढूंढ रहे हैं। उन्होंने उस फैसले के बारे में भी बताया जिसके अंतर्गत गैर बीमित व्यक्तियों को भी ईएसआईसी के कम उपयोग में लाए गए अस्पतालों में बहुत कम शुल्क देने के बाद इलाज की सुविधा लेने की इजाजत दी गई है।
इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने वाले गणमान्य लोगों में मुंबई (उत्तर-पश्चिम) के सांसद श्री गजानन कीर्तिकर और अंधेरी (पश्चिम) के विधायक श्री अमित साटम भी रहे।
मुंबई (उत्तर-पश्चिम) के सांसद श्री गजानन कीर्तिकर ने अपने भाषण में अंधेरी (पश्चिम), मुंबई में ईएसआईसी नगर के नए स्टाफ आवासों के निर्माण कार्य का स्वागत किया और इसके लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया।
कर्मचारी राज्य बीमा योजना का पहली बार क्रियान्वयन महाराष्ट्र राज्य के नागपुर में एक केंद्र पर 11.07.1954 को और मुंबई में 03.10.1954 को किया गया था। उसके बाद 22 जिलों का दायरा तय करते हुए इस योजना को पूरे राज्य के विभिन्न हिस्सों में फैलाया गया। करीब 1.50 लाख फैक्ट्रियों और प्रतिष्ठानों को ईएसआई कानून, 1948 के दायरे में लाया जा चुका है। इस योजना के अंतर्गत कुल 42 लाख कर्मचारियों को कवर किया जा चुका है और वे ईएसआई योजना के अंतर्गत विभिन्न लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य में बीमित व्यक्तियों के कुल 1.73 करोड़ परिवार सदस्य ईएसआई योजना के अंदर विभिन्न लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
मुंबई के लोवर परेल से कार्य कर रहे क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से इस योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके छह उप-क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं जो मरोल, ठाणे, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद और नासिक से कार्य कर रहे हैं। हितधारकों को नकद लाभ प्रदान करने के लिए राज्य भर में फैला हुआ 74 शाखा कार्यालयों का नेटवर्क भी मौजूद है।
854 बीमा आयुर्विज्ञान चिकित्सकों (आईएमपी), 52 डिस्पेंसरियों और 15 अस्पतालों के माध्यम से प्राथमिक और द्वितीयक देखभाल प्रदान की जा रही है जिनमें से तीन अस्पताल सीधे ईएसआईसी द्वारा चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा बीमित कामगारों को सुपर स्पेशिएलिटी उपचार देने के लिए ईएसआईसी ने पूरे महाराष्ट्र राज्य में 251 सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ गठजोड़ व्यवस्था की है।
कर्मचारी राज्य बीमा कानून की घोषणा 1948 में की गई थी और ईएसआई योजना को देश के दो औद्योगिक केंद्रों कानपुर और दिल्ली में 24 फरवरी 1952 को शुरू किया गया था। ईएसआई कानून ऐसे किसी भी परिसर / अहाते पर लागू होता है जहां 10 या उससे अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हो। ईएसआई कानून के अंतर्गत प्रति माह 21,000/- रुपये तक का पारिश्रमिक प्राप्त कर रहे कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा कवर और अन्य लाभों को पाने का अधिकार है। ये कानून अब देश भर में 10.33 लाख से ज्यादा फैक्ट्रियों और प्रतिष्ठानों पर लागू होता है जिसमें कर्मचारियों की 3.43 करोड़ परिवार इकाइयों को लाभ पहुंचता है। अब तक ईएसआई योजना से लाभ पाने वाली कुल आबादी 13.32 करोड़ से भी अधिक हो चुकी है। 1952 में अपनी शुरुआत के समय से लेकर ईएसआई निगम ने अब तक 154 अस्पतालों, 1500/148 ईएसआई डिस्पेंसरियों/आईएसएम इकाइयों, 815 शाखा/भुगतान कार्यालयों, 64 क्षेत्रीय/उप-क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना की है।