नई दिल्ली: जियो इंस्टीट्यूट को लेकर सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों पर सफाई देते हुए मानव संस्थान मंत्री प्रकाश जावेडकर ने सफाई देते हुए कहा कि जियो संस्थान को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा नहीं दिया गया है । राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान अलग-अलग दलों ने सदस्यों ने सरकार से इस पर स्पष्टीकरण देने की मांग की। जिसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा नहीं दिया गया है बल्कि उसे आशय पत्र प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि समिति ने भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलूरु, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा देने की सिफारिश की। उन्होंने सदन में अपने उत्तर में कहा कि बिड़ला प्रौद्योगिकी विज्ञान संस्थान, पिलानी, मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी, मणिपाल और जियो संस्थान को आशय पत्र जारी करने के संदर्भ में सिफारिश की गई है।
उन्होंने साफ-साफ कहा कि समिति द्वारा संस्थानों के चयन में सरकार की कोई दखलअंदाजी नहीं होती है। उन्होने कहा कि संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा देने का काम एक समिति करती है और सरकार ने इसमें अपनी दूरी बनाये रखी है। उन्होंने सदन में संस्थानों के आधारभूत ढांचा क्षेत्र की स्थितियों में सुधार लाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम की चर्चा की। उन्होंने बताया कि सरकार ने अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2020 तक देश में समग्र शिक्षा योजना के तहत 75,000 करोड़ रुपए आवंटित किए है। OneIndia