हरिद्वार: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरदार बल्लभ भाई पटेल पार्क बिन्दुखड़क, भलसवागाज में सरदार
पटेल विचार मंच द्वारा आयोजित भारत रत्न सरदार बल्लभ भाई पटेल जयन्ती समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि लोह पुरूष सरदार पटेल का भारत को अग्रेजों से स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्हें आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने देश की एकता एवं अखण्डता स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास किया। भारत के भू- राजनीतिक एकीकरण में केन्द्रीय भूमिका निभाई। कहा कि उनके प्रयासों को सार्थक रूप से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने बिन्दुखड़क में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि यहां कि स्थानीय सड़क का नाम लोह पुरूष सरदार पटेल के नाम पर रखा जायेगा। बिन्दुखड़क में सरदार पटेल के नाम पर एक तोरण द्वार बनाया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना एवं अधिकाकरयों को समस्याओं का त्वरित समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों को कम्बल भी वितरित किये। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का 90 प्रतिशत गन्ना भुगतान हो चुका है। शेष गन्ना भुगतान भी शीघ्र कर लिया जायेगा। श्री रावत ने कहा कि गरीबों एवं किसानों की समस्याओं का समाधान करना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता रही है। महिला शसक्तीकरण को बढ़ावा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हर वर्ग की महिलाओं के लिए कोई न कोई योजना चलाई है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामनगर रूड़की स्थित गुरूद्वारा कालकीदेव साहिब में गुरूद्वारे में मत्था टेका एवं लंगर में सेवा दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को तलवार व सरोपा भेंट किया गया।
इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, घाड़ विकास परिषद के अध्यक्ष राव फरमूद, उपाध्यक्ष अरूण त्यागी, पूर्व मंत्री राम सिंह सैनी, जिला पंचायत उपीध्यक्ष राव अफाक अली, सेठपाल परमार, जिलाधिकारी हरबंस सिंह चुघ, एस.एस.पी. राजीव स्वरूप आदि उपस्थित थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामनगर रूड़की स्थित गुरूद्वारा कालकीदेव साहिब में गुरूद्वारे में मत्था टेका एवं लंगर में सेवा दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को तलवार व सरोपा भेंट किया गया।
इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, घाड़ विकास परिषद के अध्यक्ष राव फरमूद, उपाध्यक्ष अरूण त्यागी, पूर्व मंत्री राम सिंह सैनी, जिला पंचायत उपीध्यक्ष राव अफाक अली, सेठपाल परमार, जिलाधिकारी हरबंस सिंह चुघ, एस.एस.पी. राजीव स्वरूप आदि उपस्थित थे।