नई दिल्ली: सत्यजीत रे संरक्षण प्रोजेक्ट के नवीकरण के लिए मोशन पिक्चर आर्ट्स और साइंस (एएमपीएएस) वर्कशॉप का आयोजन आईएफएफआई 2016 के कला अकादमी में हुआ। वर्कशॉप की प्रस्तुती एएमपीएएस में लघु फिल्म की संरक्षक सुश्री टेसा आइडलविन ने की। वर्कशॉप में फिल्मों के संरक्षण से जुड़ी चुनौतियों पर खास ध्यान दिया गया। सुश्री आइडलविन ने बताया कि वो सत्यजीत रे की 21 फिल्मों को 20 साल के दौरान नवीकरण और संरक्षण कर पाई हैं।
मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंस अकादमी की फिल्म संरक्षणकर्ता टेसा आइडलविन ने सत्यजीत रे की फिल्मों के संरक्षण और नवीकरण के लिए जो कठिन और सतत कार्य किए उसका उल्लेख किया। सुश्री आइडलविन को फिल्म संरक्षण, पहचान, वर्गीकरण और नवीकरण में विशेषज्ञता हासिल है। इस कार्यक्रम का संचालन भारतीय फिल्म निर्माता, निर्देशक और फिल्म संरक्षक शिवेंद्र डुंगरपुर ने किया।
मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंस अकादमी एक पेशेवर मानद संस्था है, जिसका लक्ष्य मोशन पिक्चर्स में कला और विज्ञान को बढ़ावा देना है।