सऊदी अरब में होटल सेक्टर की नौकरियां सिर्फ सऊदी मूल के लोगों के लिए आरक्षित की
जा रही हैं। दरअसल कच्चे तेल की सप्लाई से लगातार घट रही कमाई के बाद सऊदी अरब विकल्प के तौर पर टूरिज्म इंडस्ट्री में नागरिकों को नौकरियां देने की बात सोची है।
सऊदी अरब ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसके अनुसार सऊदी अरब ने हॉस्पिटैलिटी की नौकरियों में विदेशी नागरिकों को नौकरी से बैन कर दिया है। माना जा रहा है कि इससे बड़ी संख्या में भारतीय प्रभावित होंगे। भारत के लोग लाखों की संख्या में सऊदी अरब में रहते हैं। सऊदी सरकार ने साल के अंत तक इस फैसले को लागू करने की बात कही है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी श्रम मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में यह बात कही। जिसके अनुसार यह फैसला रेजॉर्ट्स, थ्री स्टार और फाइव स्टार होटलों और होटल अपार्ट्मेंट्स पर भी लागू होगा।
यहां रिसेप्शन से लेकर मैनेजमेंट तक की नौकरियों में सऊदी अरब के नागरिकों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि ड्राइवरों, सिक्योरिटी गार्ड्स और कुली के तौर पर विदेशी लोगों को नौकरियों के अवसर मिलते रहेंगे।
इसके अलावा रेस्टोरेंट होस्ट और हेल्थ क्लब सुपरवाइजर जैसी नौकरियां भी सऊदी मूल के लोगों के लिए आरक्षित कर दी जाएंगीं। कच्चे तेल की सप्लाई से लगातार घट रही कमाई के चलते ऐसा कदम उठाया गया है।
सऊदी अरब लोगों को नौकरियां देने के लिए टूरिज्म इंडस्ट्री को एक विकल्प के तौर पर देख रहा है। पिछले साल सऊदी में बेरोजगारी का स्तर 13% तक पहुंच गया था, यह अब तक का सबसे ज्यादा था।
सऊदी अरब के इस कदम को नौकरियों के सऊदीकरण का प्रयास कहा जा रहा है। हालांकि सऊदी का हॉस्पिटैलिटी सेक्टर भी प्राइवेट इंडस्ट्री का हिस्सा ही है। ऐसे में विदेशी नागरिक इसमें बड़ी संख्या में बड़े पदों पर काबिज हैं। इन लोगों में बड़ी संख्या भारतीयों की भी है। अब सऊदी सरकार के नए नियम से इन भारतीयों को झटका लगना तय है। साभार- न्यूज़18.कॉम & The Siaset Daily