नई दिल्ली: सउदी अरब के ऊर्जा, उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री खालिद अल फलीह ने दोनों देशों के बीच जारी संयुक्त सहयोग और खासतौर से तेल बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में विचार-विमर्श करने के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान से फोन पर बातचीत की। श्री अल फलीह ने ओपेक के सदस्य देशों और जो ओपेक में शामिल नहीं हैं उन प्रमुख तेल उत्पादक देशों के सहयोगियों के साथ वर्तमान में चल रही अपनी बातचीत से श्री प्रधान को अवगत कराया। इनमें रूस के ऊर्जा मंत्री एलेक्जेंदर नोवाक और संयुक्त अरब अमीरात के ऊर्जा मंत्री सुहेल अल मजरूई शामिल हैं जो ओपेक कान्फ्रेंस के अध्यक्ष भी हैं।
श्री प्रधान ने बढ़ते मूल्यों के बारे में अपनी चिंता और उपभोक्ताओं तथा भारतीय अर्थव्यवस्था पर उसके नकारात्मक प्रभाव से श्री फलीह को अवगत कराया। श्री प्रधान ने जोर देकर कहा कि वह चाहते हैं कि मूल्य स्थिर और नियंत्रित रहें। श्री अल फलीह ने श्री प्रधान को आश्वासन दिया कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि को समर्थन देना उनके देश का प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने स्थिर आपूर्ति की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि उनका देश अन्य उत्पादकों के साथ पर्याप्त आपूर्ति उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगा ताकि किसी प्रकार की संभावित कमी से बचा जा सके और कीमतें मुनासिब रह सकें।