देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सभी जिलाधिकारियों को सुखे की स्थिति पर अद्यतन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। उन्होने फसलों को हुए नुकसान की भी सूचना प्रेषित करने को कहा है। वनाग्नि को रोकने के लिए भी प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश उन्होने दिये है। इसके लिये वनाधिकारी के साथ ही उपजिलाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से कार्ययोजना बनायेंगे। ग्राम वासियों व वन पंचायतो का भी इसमें सहयोग लेने व ग्राम प्रधानो को अवैतेनिक फारेस्ट आफिसर नामित करने की बात भी उन्होने कही।
गुरूवार को सचिवालय में समाधान योजना के तहत प्राप्त शिकायतो का सभी जिलधिकारियों एवं उच्चाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्षा के बदलते अंदाज एवं बादल फटने की घटनाओं के दृष्टिगत भी सजग रहने की जरूरत है, नालो के समीप बसे गांवो का सर्वे कर पटवारी से इसकी रिर्पोट तैयार की जाय, बरसाती पानी के बहाव को रोकने के लिये परकटे बनाये जाये ताकि पानी से कम नुकसान हो। नालो के निकट बने भवनो को चिन्हित कर उनमें रह रहे लोगो को आगाह कर दिया जाय कि तेज बारिस होने पर अन्यत्र रहने की व्यवस्था करें। आपदा प्रबन्धन तंत्र को जनपद स्तर पर और अधिक सक्रिय किया जाय, इसके लिये प्रतिमाह भूकम्प आदि आपदाओं से सम्बंधित माक ड्रिल किया जाय। प्रकृति की चेतावनी को नजर अंदाज नही किया जाना चाहिए। उन्होने निर्देश दिये कि गर्मी में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करे, इसके लिये तत्परता से कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। इसके लिये धन की कमी नही होने दी जायेगी। इस सम्बंध में सभी जिलाधिकारी शुक्रवार को सांय तक अपनी आवश्यकता से मुख्य सचिव को अवगत करायेंगे।
समाधान योजना के अन्तर्गत दर्ज शिकायतो का निराकरण करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने शिकायतकर्ताओं से दूरभाष पर स्वंय बात कर शिकातयों के निस्तारण का जायजा लिया, उन्होने सभी जिलाधिकारियों को सामाजिक पैंशन योजनाओं के वितरण प्रक्रिया व लाभार्थियों की सुविधा के लिये पोर्टल तैयार करने तथा जन सुविधा केन्द्र से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों पर अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर की प्रक्रिया अविलम्ब पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होने टेंकरो के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिये 3 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये।
समाधान योजना में अल्मोड़ा के विद्याधर चमियाल की कौसानी अल्मोड़ा मुख्य सड़क से वाजाबगड तक 400 मीटर सडक के मरम्मत करने की शिकायत पर इसकी मरम्मत के निर्देश मुख्यमंत्री ने मुख्य विकास अधिकारी को दिये गये जबकि दुर्गेश चन्द तिवारी को विलम्ब से राशन कार्ड उपलब्ध कराने के जवाबदेही तय करने के निर्देश दिये। उत्तरकाशी के चंदन सिंह राणा की शिकायत पर देवभूमि जन सुविधा केन्द्र से जारी होने वाले प्रमाण पत्रो पर सम्बंधित अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर की प्रक्रिया अविलम्ब सुनिश्चत करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। पौड़ी के सोबन सिंह रावत की शिकायत पर सतपूलि नैनी मोटर मार्ग पर पक्के पुस्तो के निर्माण, त्रिलोक सिंह नेगी की शिकायत पर शौचालय निर्माण की व्यवस्था, पिथौरागढ़ के देवेन्द्र कुमार जोशी की शिकायत पर टेंकरो के माध्यम से पेयजल आपूर्ति उपलब्ध कराने, चम्पावत के रोहित कुमार वर्मा की शिकायत पर राजकीय बालिका इण्टर कालेज लोहाघाट में पेयजल आपूर्ति, बागेश्वर के दिगविजय सिंह की शिकायत पर जनौटी मोटर मार्ग पर पेराफिट लगाने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री रावत ने दिये।
इसके अतिरिक्त टिहरी के उमराव सिंह ने किसान पेंशन स्वीकृत करने, रूद्रप्रयाग के राकेश रमण शुक्ला की केदारनाथ आपदा से प्रभावित तीर्थ पुरोहित की सहायता उपलब्ध कराने, चमोली के राजेन्द्र कठैत द्वारा हेम उर्जा उपक्रम द्वारा जाखणी गांव के बच्चों को शिक्षा व्यय प्रदान कराने, उधमसिंह नगर के अनिल कुमार द्वारा अवैध विद्युत कनैक्श्नों की जांच करने सम्बंधी शिकायतों के निराकरण के लिये मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा निर्देश दिये गये। शासन व विभागाध्यक्ष स्तर पर प्राप्त एक दर्जन शिकायतों का भी मौके पर निस्तारण किया गया। प्रभारी सचिव अरविंद सिंह हंयाकी द्वारा शिकायतो का विवरण उपलब्ध कराया गया।