दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे. रविवार की रात यह घोषणा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री मनीष सिसौदिया ने की. सिसौदिया ने कहा कि दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के ओखला, जामिया नगर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मदनपुर खादर इलाके में स्थित सभी स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे.
नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में जामिया नगर इलाके में हुए प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा के मद्देनजर स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की गई है.
दक्षिणी दिल्ली में पुलिस और हिंसक भीड़ के बीच हुई झड़प के बाद कई बसों में आग लगा दी गई.
रविवार शाम के वक्त दिल्ली के दक्षिण-पूर्वी जिले में हुए खूनी बबाल के बाद रात करीब आठ बजे पुलिस ने सुरक्षा के कड़े कदम उठाए हैं. इलाके में उपद्रवियों को काबू करने के लिए दिल्ली के अन्य जिलों से भी करीब एक हजार जवान बुलाकर अलग-अलग इलाकों में तैनात कर दिए गए हैं.
दिल्ली पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया, “दक्षिण-पूर्वी जिले के सभी थानों में मौजूद रिजर्व फोर्स को भी सड़कों पर उतार दिया गया है. इसके अलावा रिजर्व बटालियन्स में मौजूद दिल्ली पुलिस के करीब एक हजार जवानों को भी इलाके में बुलाकर तैनात किया गया है.”
नई दिल्ली जिले में स्थित दिल्ली पुलिस डिप्लॉयमेंट सेल के एक अधिकारी ने देर रात बताया, “शाम के वक्त शुरुआती दौर में अंदाजा ही नहीं लग सका था कि बबाल इस हद तक बढ़ जाएगा. यही वजह रही कि दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस अपने स्तर पर उपद्रवियों से निपटने की कोशिशें करती रही. ज्यों-ज्यों शाम ढलती गई, त्यों-त्यों हालात बदतर होते गए. उपद्रवियों ने पुलिस को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया. जब बसों व अन्य वाहनों को आग के हवाले किया जाने लगा, तब जिला पुलिस ने डिप्लॉयमेंट सेल को वायरलेस पर मैसेज देकर तुरंत अतिरिक्त सुरक्षा बल मांगा.”
इसके बाद आनन-फानन में डिप्लॉयमेंट सेल ने करीब तीन जवान विशेष पुलिस आयुक्त रिजर्व के कोटे की फोर्स (दिल्ली पुलिस के हथियारबंद जवान) मौके पर उपद्रवियों को काबू करने के लिए भेजी. हालात इसके बाद भी जब काबू नहीं हो पाए, तब केंद्रीय रिजर्व पुलिस की एक कंपनी अतिरिक्त भेजी गई. जब तक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उपद्रवी पूरी तरह पुलिस और पब्लिक पर हावी हो चुके थे. यही वजह रही कि रात के वक्त उपद्रवियों को काबू करने के लिए दिल्ली पुलिस के करीब एक हजार से ज्यादा और जवान इलाके में तैनात किए गए.
दूसरी ओर इस फसाद में शामिल संदिग्धों को दिल्ली पुलिस ने यूं तो दक्षिण-पूर्वी जिले के कई अलग अलग थानों में पकड़ कर रखा है. हिरासत में लिए गए सबसे ज्यादा उपद्रवियों को मगर कालका जी थाने में बंद करके रखा गया है. हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर दिल्ली पुलिस की कई टीमें फरार संदिग्धों को दबोचने के लिए ताबड़तोड़ छापामारी कर रही हैं. कालका जी थाने में चूंकि सबसे ज्यादा उपद्रवी बंद करके रखे गए हैं, लिहाजा इस थाने की सुरक्षा में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. Source TV9 भारतवर्ष