देहरादून: आपदा की तैयारियों के लिए समय-समय पर आयोजित माॅक अभ्यासों और आपदा के समय किए जाने वाले कार्यों के बारे में आईआरएस (इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम) हेतु विभिन्न विभागों के अधिकारी नामित किए गए हैं। आईआरएस के प्रशिक्षण के लिए विशेषज्ञ तैनात किए गए हैं। सचिवालय में विभागीय प्रमुख सचिवों, सचिवों और नामित अधिकारियों को आईआरएस के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
बताया गया कि आईआरएस में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही के लिए दायित्व तय किए गए हैं। इसके तहत मुख्य सचिव को रिस्पॉन्सिबल ऑफिसर, सचिव आपदा प्रबंधन को इंसिडेंट कमांडर और प्रमुख सचिव गृह को ऑपरेशन सेक्शन चीफ बनाया गया है। जबकि डीजी सूचना को इन्र्फोमेशन ऑफिसर, ईडी डीएमएमसी को लाइजन ऑफिसर, अपर सचिव आपदा प्रबंधन को प्लानिंग सेक्शन का चीफ, सचिव लोनिवि को लॉजिस्टिक सेक्शन का चीफ, कमांडेंट एसडीआरएफ को रिस्पांस ब्रांच का डायरेक्टर, सचिव परिवहन को ट्रांसपोर्ट ब्रांच का डायरेक्टर, उप सचिव आपदा प्रबंधन को रिसोर्स यूनिट लीडर, अपर सचिव राजस्व को सिचुएशन यूनिट लीडर, प्रबंधक(तकनीकी) डीएमएमसी को डाक्यूमेंटेशन यूनिट लीडर, उप सचिव राजस्व को डीमोबलाईजेशन यूनिट लीडर, सचिव खाद्य को सर्विस ब्रांच निदेशक, स्टेट रेडियो ऑफिसर(पीएचक्यू) को कम्युनिकेशन यूनिट लीडर, डीजी हेल्थ को मेडिकल यूनिट लीडर, निदेशक खाद्य को फूड यूनिट लीडर, सचिव राज्य संपत्ति को सपोर्ट ब्रांच का निदेशक, मुख्य व्यवस्थाधिकारी राज्य संपत्ति को रिसोर्स प्रोविजनिंग यूनिट लीडर, इंजीनियरिंग इन चीफ लोनिवी को फेसिलिटीज यूनिट लीडर, अपर परिवहन आयुक्त को ग्राउंड सपोर्ट यूनिट लीडर, अपर सचिव वित को फाइनेंस ब्रांच लीडर, अनु सचिव आपदा प्रबंधन को प्रतिपूर्ति यूनिट लीडर, निदेशक कोषागार को प्रोक्योरमेंट यूनिट लीडर, संयुक्त सचिव वित को कास्ट यूनिट लीडर और एडिशनल सीईओ (एअर आपरेशन) बनाया गया हैं।
आईआरएस विशेषज्ञ बीबी गणनायक ने सभी नामित अधिकारियों के समन्वय और भूमिका के बारे में बताया। मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने स्टेट इमर्जेंसी आपरेशन सेंटर और डिस्ट्रिक इमरजेंशी आपरेशन सेंटर को और अधिक मजबूत करने पर बल दिया। साथ ही सभी अधिकारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाना जरूरी बताया।
बैठक में प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव विभागाध्यक्ष और अन्य नामित अधिकारी उपस्थित थे।