देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार देर रात्रि तक सचिवालय में हेमकुंड साहिब, मानसरोवर यात्रा तथा पिण्डारी ग्लेशियर ट्रेक रूट यात्रा के संबंध में पिथौरागढ़, चमोली व बागेश्वर जनपदों के जिला अधिकारियों के साथ वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिये कि मानसरोवर यात्रा पर आने वाले प्रत्येक यात्री की सुख सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाय।
कुमांयू मण्डल विकास निगम के अतिथि गृहों को और बेहतर बनाया जाय। मानसरोवर यात्रा के अलावा ऊँ पर्वत व छोटा कैलाश यात्रा का भी अधिक प्रचार-प्रसार किया जाय। के.एम.वी.एन ऐसी योजना बनाये, जिससे स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिले। कुटी, बुद्दी व नाबी गांव में होम स्टे योजना को मूर्तरूप दिया जाय। छोटा कैलाश और होम स्टे योजना को प्रोत्साहित करने के लिए के.एम.वी.एन. द्वारा 50 प्रतिशत सब्सिडी योजना तैयार की जाय। जौलजीवी में के.एम.वी.एन. का अतिथि गृह के साथ ही हैलीपैड भी बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मानसरोवर यात्रा के पारंपरिक यात्रा मार्ग को बनाये रखा जाय। इससे कोई छेड़छाड़ न की जाय। आपदा की स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक मार्गों का विकास भी किया जाय। गुंजी से धारचूला के बीच एस.डी.आर.एफ. की यूनिट भी तैनात की जायेगी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ व लोनिवि अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसरोवर यात्रा मार्ग को पूरी तरह से सुचारू करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जाय। तवाघाट-पांगल-गरबाघाट मोटर मार्ग को सुचारू करे। इसके लिए वहां पर नियमित रूप से मशीने रखी जाय। सिरका-मालपा-लमारी मोटर मार्ग का तत्काल ठीक किया जाय। कालापानी से लिपुलेख और नाबीढांग से गंुजी तक के मोटर मार्ग का रखरखाव लोनिवि तथा गंुजी से आगे के मोटर मार्ग की मरम्मत आदि बी.आर.ओ. व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसरोवर यात्रा मार्ग पर पीने का पानी, शौचालय व जगह-जगह शेड जरूर होने चाहिए। नदी किनारे के मार्ग पर रेलिंग लगायी जाय। के.एम.वी.एन. अपने कुछ लोगो को हाई एल्टीटयूड मे कार्य करने के लिए प्रशिक्षित करे। इसके लिए अलग से यूनिट भी बनायी जा सकती है। यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 5 लाख रुपये की धनराशि की स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा को निर्देश दिये कि जनपद पिथौरागढ़ व चमोली को 2-2 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि दी जाय। जबकि यात्रा मार्ग के अन्य जनपदों व बागेश्वर को एक-एक करोड़ रुपये देने के निर्देश दिये।
हेमकुंड साहिब यात्रा की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि गोविन्दघाट-घांघरिया मोटर मार्ग को 25 मई तक हर हाल में सुचारू कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि वे स्वयं घांघरिया तक जायेंगे और व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन लोनिवि विभाग के माध्यम से हेमकुंड तक रास्ता सुचारू करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जाय। यात्रा मार्ग पर पानी, शौचालय, बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की जाय। प्रत्येक 500 मीटर पर पानी की व्यवस्था रहनी चाहिए। यात्रा मार्ग पर बायोडाइजस्ट शौचालय लगाये जाय। साथ ही प्रत्येक यात्री का बायोमिट्रिक रजिस्टेशन किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं यात्रा शुरू होने से पहले घांघरिया तक जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे और यदि किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही पायी गई, तो संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने पिंडारी यात्रा की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी बागेश्वर को निर्देश दिये कि पिंडारी क्षेत्र में ट्रेकिंग रूट को और बेहतर बनाया जाय। साथ ही खराब मोटर मार्ग को दुरूस्त करने के लिए कार्य किये जाय। मुख्यमंत्री ने सचिव पर्यटन को निर्देश दिये कि सभी ट्रेकिंग रूट का मास्टर प्लान तैयार किया जाय।
बैठक में पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, सभा सचिव हेमेश खर्कवाल, अध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा, मुख्य सचिव एन.रवि शंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री ओम प्रकाश, सचिव पर्यटन डाॅ. उमाकांत पंवार, सचिव लोनिवि अमित नेगी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।