देहरादून: सोमवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। वहां किए जा रहे कार्य के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आपदा का सामना करने के लिए सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान बहुत जरूरी है। केंद्र के अधिकारी पूरे मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
इसके बाद सचिवालय में ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों से प्रदेश में बारिश की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से भारी बरसात की दशा में सभी आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी डीएम अपने यहां बनाए गए सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेटों की उनके तैनाती स्थलों पर उपस्थिति की रेंडम निरीक्षण करें। सीएम ने कहा कि बरसात में मार्ग बाधित होने पर जल्द से जल्द खोला जाना सुनिश्चित किया जाए। यात्रा मार्ग पर विशेष सावधानी बरती जाए। इसके लिए जेसीबी आदि मशीनों की पहले से ही तैनात रखी जाएं। सीएम ने नैनीताल में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए सीएम राहत कोष से परिजनों को एक लाख रूपए की अतिरिक्त सहायता स्वीकृत की। सीएम ने कहा कि सभी जिलाधिकारी अपने जनपद में बरसात की भविष्यवाणी, स्थिति, मार्गों की स्थिति के बारे में समय-समय पर बुलेटिन जारी करें। डीएम उŸारकाशी ने बताया कि यहां सभी रास्ते खुले हुए हैं। चमोली में डीएम व एसपी जोशीमठ में कैम्प किए हुए हैं। रूद्रप्रयाग डीएम ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में सावधानी के तौर पर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरा रखा है। पिथौरागढ़ में भी बताया गया कि एक दो जगह मार्ग बाधित हुए थे जिन्हें कि खोल दिया गया है। बागेश्वर में सरयु का जलस्तर कुछ बढ़ा था परंतु पूरी तरह से नियंत्रण में है। नैन्ीताल में मालरोड़ पर मलबा आ गया था जिसे कि हटा दिया गया है। इसी प्रकार अन्य जिलों द्वारा भी जानकारी दी गई कि प्रमुख रास्ते खुले हैं। अधिकांश जगहों पर सामान्य बारिश हुई है।
बैठक में सीएम के औद्योगिक सलाहकार रणजीत रावत, मुख्य सचिव एन रविशंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, एस राजू, प्रमुख सचिव एस रामास्वामी, सचिव आनंदवर्धन, अमित नेगी, आर मीनाक्षी सुंदरम, सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।