देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति विशेष ध्यान देने को कहा है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक स्थानों पर एएनएम सेन्टरों की स्थापना पर विशेष ध्यान दिया जाय। आम आदमी को उसके नजदीक में ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो जाय यह सुनिश्चित किया जाय।
सचिवालय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि दाई, एएनएम, आशा एवं आशा फेसिलेटरों पर आम आदमी को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने की बडी जिम्मेदारी है, इनके प्रशिक्षण एवं मानदेय आदि सुविधाओं के सम्बंध में कार्य योजना तैयार की जाय ताकि ये अपने दायित्वो का निर्वहन सुगमता से कर सके। उन्होंने कहा कि जहां पर स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना में मानकों आदि में कठिनाई हो रही हो, वहां पर भी एएनएम सेंटर की स्थापना की जाय। उन्होंने कहा कि पीएचसी व सीएचसी के उच्चीकरण के मामलों में भी तेजी लायी जाय। तथा इन केन्द्रों के जितने भी भवन तैयार हो गये है। उन्हें उपयोग में लाना सुनिश्चित किया गया। ताकि इनका बेहतर उपयोग हो सके।
बैठक में मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिहं, सचिव अमित नेगी, डा. भूपिंदर कौर औलख, अपर सचिव नीरज खैरवाल सहित चिकित्सा, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।