देहरादून: सचिवालय में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से सचिव सूचना श्री दिलीप जावलकर एवं उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद् के नोडल अधिकारी श्री के.एस.चौहान ने भेंट की। उन्होंने उत्तराखण्ड को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत प्रदान किये गये मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार मुख्यमंत्री को भेंट किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने राज्य स्तर पर सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद् के माध्यम से राज्य में फिल्मांकन के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने, फिल्म निर्माताओं की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए अनुकूल फिल्म नीति लागु करने जैसे प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यह पुरस्कार राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिये अनुकूल माहौल प्रदान करने का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में फिल्मकारों का फिल्मांकन के लिये उत्तराखण्ड को डेस्टिनेशन के रूप में अपनाने से राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पर्यटन हमारी आर्थिकी का मजबूत आधार है। इस प्रकार के प्रयास राज्य की आर्थिकी को भी मजबूती प्रदान करने में सहायक होंगे। उत्तराखण्ड के नैसंर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य को देश व दुनिया में इससे प्रसिद्धि प्राप्त होगी। अतिथि देवो भवः की हमारी परम्परा रही है, अपनी इस परम्परा का दिल से निर्वाहन करने का ही परिणाम है कि फिल्म जगत से जुड़े फिल्मकारों ने राज्य की विभिन्न लोकेशन पर अपनी फिल्मों की शूटिंग की है। उन्होंने कहा कि फिल्मकारों की सुविधा के लिये राज्य में आरामदायक होटलों सहित अन्य अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर राज्य को यह पुरस्कार मिलना हम सबके लिये गौरव की बात है।
सचिव सूचना श्री जावलकर ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि गत सोमवार को नई दिल्ली, विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू द्वारा उत्तराखण्ड को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने अपने सम्बोधन में उत्तराखण्ड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार मिलने पर बधाई देते हुये कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिऐ अनुकूल वातावरण तैयार करने के सराहनीय प्रयास गये हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार-2018 के तहत सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म शूटिंगों के लिए निर्माता/निर्देशकों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के प्रयासों के लिए दिया गया है। चूंकि उत्तराखण्ड अभी नया राज्य है और यहां पर चुनौतियां भी काफी है, इसके बावजूद उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किये गये सकारात्मक प्रयासों की सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हुई है। श्री जावलकर ने बताया कि प्रतिवर्ष दिये जाने वाले इस पुरस्कार के लिए सभी राज्यों से आवेदन आमंत्रित किये जाते हैं। जिसके बाद पुरस्कार चयन हेतु गठित समिति द्वारा पुरस्कार के लिए राज्यों का चयन किया जाता है। इस वर्ष केवल उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ हैं।