नई दिल्ली: इस्पात सचिव डॉ. अरुणा शर्मा ने आरआईएनएल द्वारा 33 करोड़ रुपये की लागत से विशाखापत्तनम में स्थापित किये गये 5 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का कल उद्घाटन किया। आरआईएनएल के सीएमडी श्री पी. मधुसूदन, इस्पाेत मंत्रालय में संयुक्त़ सचिव श्रीमती उर्विल्ला खाती और आरआईएनएल के निदेशक भी इस अवसर पर उपस्थित थे। आरआईएनएल ने अपने परिसर में 5 मेगावाट के इस भू-अपशिष्ट सौर ऊर्जा संयंत्र के जरिए सौर ऊर्जा के दोहन के लिए अन्य प्रमुख कंपनियों के साथ गठबंधन किया है।
डॉ. अरुणा शर्मा ने नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोतों के दोहन पर सरकार द्वारा दिये जा रहे विशेष जोर के अनुरूप सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रवेश के लिए आरआईएनएल के प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की ऊर्जा सुरक्षा के मद्देनजर हाल के समय में नवीकरणीय ऊर्जा की भूमिका लगातार बढ़ती रही है।
निदेशक (परियोजना) श्री पी. सी. मोहापात्रा, निदेशक (परिचालन) श्री डी. एन. रॉव, निदेशक (वाणिज्यिक) श्री पी. रायचौधरी और श्री बी. सिद्धार्थ कुमार, आईएफएस, सीवीओ भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
डॉ. अरुणा शर्मा एवं श्रीमती उर्विल्ला खाती ने नई उत्पाादन इकाइयों का अवलोकन किया और ब्लास्ट फर्नेस-3, स्टील मेल्ट शॉप-2, रोलिंग मिल्स, कैप्टिव पावर प्लांट-2 इत्यादि का निरीक्षण किया। इस्पात सचिव ने प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण संस्थान में अवस्थित ‘इस्पात संग्रहालय’ का भी अवलोकन किया।
डॉ. अरुणा शर्मा ने आरआईएनएल के प्रदर्शन की समीक्षा की, जिसमें श्री पी. मधुसूदन, सीएमडी, सीवीओ के साथ-साथ निदेशकों ने भी भाग लिया।
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