लखनऊ: जब्त/बरामद भारतीय जाली मुद्रा से सम्बन्धित मामलों का रिकार्ड रखने हेतु राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, नई दिल्ली द्वारा एक नया Web-Enabled FICN (Fake Indian Currency Notes) software विकसित किया गया है।राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, नई दिल्ली द्वारा समस्त राज्यों/संस्थाओं को निर्देश निर्गत करते हुए अपेक्षा की गयी है कि 01 जनवरी 2016 के बाद जब्त/बरामद भारतीय जाली मुद्रा से सम्बन्धित मामलों को Web-Enabled software में दर्ज किया जाये।
जब्त/बरामद भारतीय जाली मुद्रा से सम्बन्धित मामलों को Web-Enabled FICN software में दर्ज करने हेतु Fake Currency Compilation System का लिंक राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की वेबसाइट www.ncrb.gov.in पर उपलब्ध है।
श्री जावीद अहमद, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा गृह मंत्रालय, भारत सरकार के उक्त आदेश के अनुपालन में समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद एवं रेलवेज को निर्देश दिये गये हैं कि दिनांक 01 जनवरी 2016 के बाद जब्त/बरामद भारतीय जाली मुद्रा से सम्बन्धित मामलों को Web-Enabled FICN software में दर्ज कराया जाये । साथ ही साथ उन्होंने यह भी कराया है कि साफ्टवेयर डाटा फीडिंग के लिये सभी जनपदों को यूजरनेम एवं पासवर्ड जारी किया जा चुका है।
उ0प्र0 में जाली मुद्रा बरामदगी
वर्ष पंजीकृत अभियोगों की संख्या गिरफ्तार अभियुक्तों की संख्या बरामदगी
2015 107 112 1,05,57,840 रूपये
अक्टूबर 2016 117 86 48,83,900 रूपये
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