देहरादून: सलाहकार श्री राज्यपाल उत्तराखण्ड रवीन्द्र सिंह एवं प्रकाश चन्द्र मिश्रा द्वारा संयुक्त आद्यौगिक क्षेत्र
सेलाकुई में संगध पौध केन्द्र सहित दवाई कम्पनी नेटकोफार्मा तथा ई-ड्यूरेबुल फैक्ट्रियों का सघन निरीक्षण किया गया। तथा आद्यौगिक ईकाइयों में की परेशानियों को सुना तथा उनके समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश।
सलाहकारों द्वारा सघन पौध केन्द्र सेलाकुई का निरीक्षण किया गया तथा ईकाई द्वारा संचालित गतिविधियों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की। बैठक के दौरान सलाहकार रविन्द्र सिंह ने निर्देश दिये कि सगंध उत्पादन केन्द्र सेलाकुई को एम.एस.एम. ई से जोड़ने हेतु प्रस्ताव तैयार करें। उन्होने ईकाई के सुदृढीकरण एवं ईकाई द्वारा तैयार उत्पादों के प्रचार-प्रसार के निर्देश भी दिये, तथा सगंध पौध केन्द्र द्वारा उत्पादित आसवन को बाजार दिलाने के लिए रणनीति तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होने उत्पादों को पर्यटन से जोड़ते हुए इससे जुड़े कास्तकारों का आर्थिक स्तर उन्नयन करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने ईकाई द्वारा तैयार उत्पादों को देश के प्रसिद्ध चारधामों से जोड़ने की सम्भावनाओं पर भी चर्चा की। उन्होने कहा कि सगधं पौध केन्द्र द्वारा उत्पादित आसवन को आनलाईन मार्केटिंग से भी जोड़ा जाय तथा इसके निर्यात की सम्भावनाओं पर भी विचार किया जाय तथा प्रदेश में संगध उत्पादों को तैयार करने वाली ईकाईयों को इस केन्द्र से अपनी उच्च तकनीकि का समावेश करते हुए उनके उत्पादों का अच्छा मूल्य दिलाने हेतु कार्य करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर संस्थान के प्रभारी वैज्ञानिक निपेन्द्र चैहान, वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ हेमा लोहानी तथा वैज्ञानिक सुनील शाह, स्टाफ अफसर सलाहकार रविन्द्र चैहान, लाईजनिंग अफसर/जिला विकास अधिकारी सुशील डोभाल मौजूद थे।
इसके पश्चात सलाहकार श्री राज्यपाल रविन्द्र सिंह एवं प्रकाश चन्द्र मिश्रा द्वारा कैंसर रोग के लिए दवाई उत्पाद करने वार्ली कम्पनी नैटको यूनिट का निरीक्षण किया गया। उन्होने निरीक्षण के बाद कम्पनी के मुख्यकार्यकारी अधिकारी से विचार विमर्श किया तथा सेलाकुई क्षेत्र में अवस्थित फार्मास्यूटिकल कम्पनियों की कठिनाईयों को सुना। उन्होने सेलाकुई औद्योगिक आस्थान में यातायात तथा वाहनों की पार्किंग के लिए सिडकुल की उपलब्ध भूमि पर ठोस पार्किंग का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश सिडकुल के अधिकारी वाई.एस पुण्डीर को दिये। सलाहकारों द्वारा टैबलेट जी फिनेट, वीनैट, थैलिक्स यूनिटों तथा इंजेक्शन बोरननीजो एवं गैंसी उत्पाद वाली यूनिटों का भी निरीक्षण किया।
सलाहकारों द्वारा सिडकुल अधिकारियों को प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने के निर्देश दिये गये, जहां आई.टी. आई.प्रशिक्षुओं को औद्योगिक ईकाईयों की आवश्यकता के अनुसार व्यवहारिक तकनीकि प्रशिक्षण दिया जाय। इसके लिए स्थानीय औद्योगिक ईकाई के स्वामियों से प्रशिक्षण दिलाने में सहयोग की अपेक्षा की। उन्होने कहा कि आद्यौगिक क्षेत्र सेलाकुई में यातायात व्यवस्था सुव्यवस्थित की जाय तथा सेलाकुई आद्यौगिक क्षेत्र में पार्किंग की सुचारू व्यवस्था की जाय तथा देहरादून से सेलाकुई तक यातायात मार्ग में चिन्हित सक्रिय मार्ग की वाईडिंनिगं की जाय। उन्होने आद्यौगिक क्षेत्र में कार्य कर रहे कर्मचारियों के लिए इन्दिरा अम्मा कैंटीन संचालित करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर ई-ड्यूरेबुल हेड लतीफ चैधरी सहित अन्य औद्यौगिक ईकाईयों के हेड/प्रबन्धकों द्वारा अपने विचार रखे गये।