देहरादून: प्रदेश में भारत रत्न स्व0 पण्डित गोविंदबल्लभ पंत की स्मृति में गौरव स्थल विकसित किया जाएगा। गुरूवार को स्व0 पंत की जयंति को गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि पण्डित गोविंदबल्लभ पंत ने गरीबों व देश के लिए अपना जीवन समर्पित किया। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है कि स्व0 पंतजी ने उत्तराखण्ड में जन्म लिया। वे देश के विकास में भूमिका निभाने वाले अग्रणी पंक्ति के नेताओं में शामिल थे। स्व0 पंत के जन्मदिवस को गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए श्री कुंजवाल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत की पहल का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पण्डित गोविंद बल्लभ पंत ने नेहरूजी व सरदार पटेल के साथ मिलकर देश के विकास की आधारशिला रखी। ऐसे महापुरूष का हमारे प्रदेश से होना गौरव की बात है। आज भी उनके महान कृत्यों, भाषणों व विभिन्न सामाजिक व आर्थिक समस्याओं पर उनके विचारों पर शोध किए जाते हैं। इसीलिए हमने उनकी जयंति को गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया। प्रदेश में एक स्थल को उनकी स्मृति में गौरव स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। हमने अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीद सैनिकों, शहीद राज्य आंदोलनकारियों के नाम पर शिक्षण संस्थाओं व अन्य संस्थाओं के नाम रखने का निर्णय लिया है ताकि हमारी युवा पीढी प्रेरणा प्राप्त कर सके। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि स्व गोविंदबल्लभ पंत जी समन्वयकारी भारतीय परम्परा के अद्भुत प्रतीक थे। वे उत्तराखण्ड की बुनियादी संस्कृति के मूर्त स्वरूप थे।
इस अवसर पर पण्डित गोविंदबल्लभ पंत जी के जन्मस्थल ‘‘खूंट’’ गांव से लाई गई पवित्र मिट्टी विधानसभा अध्यक्ष श्री कुंजवाल व मुख्यमंत्री श्री रावत को सौंपी गई। स्व0 पंत के जीवन पर आधारित डाॅक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में विधानसभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी, केबिनेट मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गापाल, दिनेश अग्रवाल, विधायक गणेश गोदियाल, सुंदरलाल मंद्रवाल, कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन उमेश शर्मा काउ, हिमेश खर्कवाल,विजयपाल सजवाण, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सुरेंद्र सिंह जीना, दिलीप रावत, पण्डित गोविंद बल्लभ पंत स्मारक समिति के गोपाल रावत, जितेश पंत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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