वाराणसी: एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को भारत रत्न शहनाई वादक स्व0 उस्ताद बिस्मिल्ला खाॅं की ऐतिहासिक चाॅदी की शहनाईयों की चोरी की घटना के मुख्य अभियुक्त नजरे हसन उर्फ शादाब सहित 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1. नजरे हसन उर्फ शादाब पुत्र काजिम हुसैन निवासी म0नं0-सी0के0-46/60 भीकाशाह की गली, हड़हा सराय, थाना चैक, वाराणसी।
2. सुजीत कुमार पुत्र शंकर लाल निवासी सी0के0-63/52 छोटी पियरी, थाना चैक, वाराणसी।
3. शंकर लाल सेठ पुत्र ठाकुर प्रसाद निवासी सी0के0-63/52 छोटी पियरी, वाराणसी।
बरामदगीः-
1- एक अदद लकड़ी की शहनाई(जिसकी चाॅदी निकाल ली गयी है)
2- 01किलो 66 ग्राम चाॅदी की बटिया।(शहनाई गलाकर तैयार की गयी)
3- चाॅदी की शहनाई की बिक्री से अर्जित रू0 4200/-रूपये नगद।
4- एक अदद मोबाईल फोन
दिनाॅक 05-12-2016 को वाराणसी के थाना चैक क्षेत्र से भारत रत्न शहनाई वादक स्व0 उस्ताद विस्मिल्ला खाॅं की ऐतिहासिक चाॅदी की शहनाईयां व मोहर्रम के विशेष मौके पर बजाये जाने वाली एक शहनाई चोरी होने के सम्बन्ध में प्रथम सूचना रिपोर्ट अंकित करायी गयी थी, जिसका समाचार मीडिया समूहों द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। उक्त घटना से सम्पूर्ण देश व कलाजगत स्तब्ध रह गया था। उक्त घटना देशव्यापी व कलाजगत से जुड़ी होने के कारण अत्यन्त संवेदनशील हो गयी थी, जिस कारण इसके अनावरण हेतु श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, उ0प्र0 द्वारा एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, वाराणसी के अपर पुलिस अधीक्षक श्री ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद को निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में उनके द्वारा टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ करायी गयी तथा तथाघटनास्थल का गहनता से निरीक्षण करते हुए परिजनों एवं आसपास के लोगों से गहनता से पूछताछ की गयी एवंअभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। अभिसूचना संकलन के दौरान पारिवारिक सदस्यों की भूमिका के संदिग्ध होने के प्रमाण मिलने लगे। प्राप्त अभिसूचनाओं का जमीनी व सर्विलांस के माध्यम से सत्यापन करते हुए संदिग्ध पृष्ठभूमि के पारिवारिक सदस्यों की निगरानी प्रारम्भ की गयी। इसी दौरान आज दिनंाकः 10-01-2017 को जानकारी प्राप्त हुई कि इस घटना में संदिग्ध नजरे हसन उर्फ शादाब(वादी काजिम हुसैन का पुत्र)एस0टी0एफ0 की निगरानी के कारण गिरफ्तारी से बचने के लिए आसाम जाने वाला है। इससे पूर्व भी वह बाहर जाने का कार्यक्रम बना चुका था लेकिन टेªनों के लेट होने के कारणउसने कार्यक्रम स्थगित कर दिया था।नजरे हसन के सम्बन्ध में प्राप्त अभिसूचनाओं को विकसित करते हुए एस0टी0एफ0 टीम द्वारा हड़हा बीर बाबा मंदिर, थाना चैक, वाराणसी पहुॅचकर घेरा बन्दी की गयी एवं नजरे हसन उर्फ शादाब को गिरफ्तार किया गया जिससेे चोरी गयी शहनाई एवं रू0 4200/- बरामद हुए तथा इसकी निशांदेही पर शेष 02 अभियुक्तों सुजीत कुमार व शंकर लाल को गिरफ्तार किया गया, जिनसे चाॅदी बरामदगी हुई।
पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त नजरे हसन ने उक्त शहनाई चोरी की घटना कारित किया जाना स्वीकार किया एवं 03 चाॅदी की शहनाई एवं एक अन्य शहनाई, जिस पर चाॅदी का पत्तर लगा हुआ था, से चाॅदी का पत्तर निकालकर शंकर ज्वेलर्स, छोटी पियरी, थाना चैक, वाराणसी के शंकर लाल सेठ व सुजीत सेठ को रू0 17000/- में बेच दी गयी थी। यह भी बताया कि बरामद रू0 4200/- इसी धनराशि के हैैं। उक्त बेशकीमती शहनाईयों के बेचने का कारण पूछे जाने पर बताया कि उसने कुछ लोगों से रूपये उधार लिये हुए थे, जिनको चुकाने के लिए शहनाई बेची गयी हैं। गिरफ्तार अभियुक्त सुजीत सेठ व शंकर सेठ ने उक्त चाॅदी की शहनाई एवं चाॅदी के पत्तर को गला देने की बात स्वीकार की। इन्हीं की निशांदेही पर 01 किलो 66 ग्राम वजन की चाॅदी की बटिया बरामद हुई।
उल्लेखनीय है कि उक्त तीनों चाॅदी की शहनाई क्रमशः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 नरसिम्हाराव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री लालू प्रसाद यादव व पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री कपिल सिब्बल द्वारा उपहार के तौर पर दी गयी थी। चाॅदी के पत्तर लगी शहनाई को भारत रत्न स्व0 उस्ताद बिस्मिल्ला खान द्वारा मुहर्रम की 8वी व 10वीं तारीख को विशेष रूप से बजायी जाती थी। उक्त सभी शहनाई अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की राष्ट्रीय धरोहर के रूप में थी।
गिरफ्तार अभियुक्तो को थाना चैक जनपद वाराणसी में दाखिल किया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।