लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयेाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों के राजकीय बालिका इण्टर कालेजों में अध्ययनरत छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनमें सुरक्षा की भावना पैदा करने के उद्देश्य से आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
यह बात आज यहां राजकीय बालिका इण्टर कालेज, गोमतीनगर में आयोजित आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती जरीना उस्मानी ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को सामाजिक स्तर पर ऊपर उठाने तथा उनमें सुरक्षा की भावना पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक आत्म शक्ति के साथ-साथ शारीरिक शक्ति नहीं होगी, तब तक हम आने वाली कठिनाइयों का सामना करने में समर्थ नहीं होंगे। इसके लिए हमें अपने आपको मजबूत बनाना होगा।
अध्यक्षा ने कहा कि छात्राओं/महिलाओं को पढ़ने तथा काम करने हेतु दूर और रात्रि में भी आना-जाना पड़ता है, इस कारण उनमें एवं उनके परिवार के लोगों में डर बना रहता है। इस डर को खत्म करना है, और यह साबित करना है कि महिलाएं भी किसी स्तर से कमजोर नहीं है, तथा प्रदेश की बेटियों का दायित्व है कि वे समाज में अपने आपको शसक्त रूप से स्थापित करें। उन्होंने कहा कि मार्शल आर्ट की जानकारी प्राप्त करके आप अपना ही नहीं अपितु दूसरे लोगों की भी रक्षा कर सकती हैं।
डा0 श्वेता सिंह, सदस्य, राज्य महिला आयोग ने विद्यालय की छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि मार्शल आर्ट एक कला है, जिसके माध्यम से बड़े एवं शक्तिशाली शत्रु को भी आसानी से परास्त किया जा सकता है। इस कला को सीख कर सभी को शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाना है। साथ ही समाज में संदेश देना है कि हम किसी से कम नहीं।
सदस्य सचिव, सुश्री अनीता वर्मा सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार बालिकाओं की सुरक्षा के प्रति काफी संवेदनशील है। इसी प्रयास के तहत इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। छात्राओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना हमारा परम उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि बेटियां ही देश का भविष्य हैं, इनके माध्यम से ही देश का विकास होता है। सदस्य, सचिव ने कहा कि आज भी समाज हमें असामाजिक तत्वों द्वारा बेटियों पर अत्याचार किया जा रहा है देश की बेटियां किसी से कम नहीं है जिसका जवाब आत्मनिर्भर बनकर एवं आत्मरक्षा के उपाय अपना कर स्वयं देना है।
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजकीय बालिका इण्टर कालेज की प्रधानाचार्य श्रीमती उषा किरन यादव, अध्यापिकाएं एवं कर्मचारीगण आदि मौजूद थे।