प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी के अवसर पर लखनऊ राजभवन के गांधी सभागार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं प्रसार भारती की अगुवाई में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा ‘मन की बात और आजादी का अमृत महोत्सव’ विषय पर प्रदर्शनी लगाई गयी जिसका उद्घाटन महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने किया।यह प्रदर्शनी 2 मई तक राजभवन में प्रदर्शित की जायेगी.प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी को राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने पद्म पुरुस्कार,खेल रत्न,वीरता पुरुस्कार विजेताओं,मन की बात के 57 नायको, और उतर प्रदेश की प्रभावशाली हस्तियों के साथ सुना।
लखनऊ राजभवन में गांधी सभागर में उपस्थित अतिथियों को संबोधित करते हुये राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को एक नयी पहचान मिली है।उन्होंने कहा कि पहले जो महिला अपने घर में नहीं बोल सकती थी वो आज समाज में सैकड़ों महिलाओं का नेतृत्व कर आत्मनिर्भर बन गयी है। माननीय राज्यपाल ने कहा कि मुद्रा योजना एक बड़ा कारण है जिसके कारण महिलायें घर से बाहर निकल सकी।उन्होंने कहा कि बिना गारंटी के महिलाओं को कोई लोन नहीं देता था लेकिन मुद्रा योजना के माध्यम से महिलाओं को लोन मिला जिससे उन्होंने अपना व्यापार शुरु किया और वो सशक्त बनी। श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि मुद्रा योजना से 66 लाख लोगों को 45 हजार करोड़ का लोन मिला है।राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि शौचालयों के निर्माण से महिलाओं को स्वास्थय लाभ मिला है जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को भी फायदा हुआ है।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने लोगों से 9 साल से 14 साल तक की बेटियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिये वैक्सीन के दोनों डोज़ दिलवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन बेटियों को समय से उपलब्ध करायी जाये ताकि प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में ‘’सेल्फी विथ डाटर’’ के माध्यम से समाज निर्माण में नारी शक्ति की छवि का जो सपना उन्होंने देखा है वो पूरा हो सके।महामहिम राज्यपाल ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री ने 140 करोड़ जनता को प्रेरित किया है।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुये पीआईबी के अपरमहानिदेशक श्री विजय कुमार कहा ने कि मन की बात कार्यक्रम के नायक जिनका नाम प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में लिया और जिन्होंने विपरीत परिस्थितयों में मेहनत कर समाज के निर्माण में सहयोग दिया वो बदलाव की अहम कड़ी है।उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के आने वाली कड़ियों में ऐसे और नायक समस्याओं को समझने तथा उनका निदान ढूंढने में अपना योगदान देंगे।
मन की बात के नायकों ने राज्यपाल के सामने बतायें अपने अनुभव
मन की बात के 100 एपीसोड के मौके पर इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजने वाली प्रयागराज की नव्या वर्मा ,स्मार्ट गांव एप बनाने वाले रायबरेली के रजनीश वाजपेयी,ललितपुर जिले की ग्राम पंचायत नेवारी की ग्राम प्रधान नेहा बाजपेयी,दिव्यांग होकर भी दिव्यांगों का सहारा बनने वाले मेरठ के गेसूपुर निवासी गौतम पाल,चिया सीड्स जैसे सुपर फूड की खेती करने वाले बाराबांकी में रहने वाले हरीश चंद्र सिंह , हरदोई में कम्युनिटी लाइब्रेरी चलाने वाले जतिन ललित ,गायों को ठंड से बचाने के लिये काऊ कोट बनाने वाले जेल सेवा के वरिष्ठ अधिकारी भीमसैन मुकुंद ने अपनी बात रखी और मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा उनका नाम लेने के बाद उनके जीवन और कार्यक्षेत्र में आये परिवर्तन के बारें में अपने अनुभव साझा किये।