सीनियर जर्नलिस्ट कुलदीप नैयर नहीं रहे. गुरुवार को 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. खबरों की मुताबिक, काफी समय से वह बीमार चल रहे थे. और पिछले तीन दिनों से वह दिल्ली के एक अस्पताल में आईसीयू में भर्ती थे.
Veteran journalist Kuldeep Nayyar passed away last night in a Delhi hospital. He was 95 years old. pic.twitter.com/SSD99EHwRv
— ANI (@ANI) August 23, 2018
लोधी रोड में आज अंतिम संस्कार
नैयर के बड़े बेटे सुधीर नैयर ने बताया कि देर रात 12.30 बजे उन्होंने दिल्ली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली. गुरुवार दोपहर लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार होगा.
PM मोदी ने जताया शोक
Kuldip Nayar was an intellectual giant of our times. Frank and fearless in his views, his work spanned across many decades. His strong stand against the Emergency, public service and commitment to a better India will always be remembered. Saddened by his demise. My condolences.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2018
कई किताबें लिख चुके हैं नैयर
दिग्गज पत्रकार कुलदीप नैयर भारत सरकार के प्रेस सूचना अधिकारी के पद पर कई सालों तक काम किया. वह यूएनआई, पीआईबी, द स्टैट्समैन, इण्डियन एक्सप्रेस के साथ लम्बे समय तक जुड़े रहे थे. द टाइम्स लन्दन के साथ भी उन्होंने काफी सालों तक काम किया.
नैयर ‘बिटवीन द लाइन्स’, ‘डिस्टेण्ट नेवर : ए टेल ऑफ द सब कॉनटीनेंट’, ‘इंडिया आफ्टर नेहरू’, ‘वाल एट वाघा, इंडिया पाकिस्तान रिलेशनशिप’, ‘इंडिया हाउस’, ‘स्कूप’ ‘द डे लुक्स ओल्ड’ जैसी कई किताबें भी लिख चुके हैं.
पत्रकारिता की दुनिया में कुलदीप नैयर पत्रकारिता अवार्ड भी दिया जाता है. 23 नवम्बर, 2015 को वरिष्ठ पत्रकार और लेखक नैयर को पत्रकारिता में आजीवन उपलब्धि के लिए रामनाथ गोयनका स्मृ़ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. नैयर राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं. The Quint