हरिद्वार/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीद ए आजम भगत सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर ऋषिकुल मैदान हरिद्वार में शहीद भगत सिंह विचार प्रचार समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए कहा कि जब देश की आजादी की बात आती है तो उसमें भगत सिंह का नाम जोश के साथ लिया जाता है।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई को नायकों ने अपने-अपने तरीके से आगे बढ़ाया। महात्मा गांधी ने अहिंसा के बल पर आजादी के लिए लड़ाई लड़ी वहीं भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस, राजगुरू सुखदेव एवं असफाक उल्ला खाॅ ने अलग-अलग धाराओं के रूप में देश को आजाद कराने में अपना योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वी.आई.पी.घाट के पास के विवेकानन्द पार्क के समीप 23 मार्च पार्क नाम से एक अलग पार्क हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जायेगा, जिसमें शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरू एवं शहीद असफाक उल्ला खाॅ की मूर्तियां स्थापित की जायेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न सरकारी संस्थाओं, विद्यालय, महाविद्याालय, उद्यान, सड़क आदि के नाम आजादी के अमर शहीद, सेना के शहीद के नाम से किये जाने हेतु तीन सदस्यीय कमेटी गठित करने तथा गठित कमेटी द्वारा दिसम्बर तक जिला प्रशासन के सहयोग से नामांकरण किया जायेगा। राज्यसभा सदस्य राज बब्बर ने कहा कि भगत सिंह एक क्रान्तिकारी ही नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक विचारक भी थे, जिसने गंगा से प्रेरणा ली थी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह समाजवाद के प्रेरक थे। उन्होंने 1929 में आॅल इण्डिया रिपब्लिक एसोशएशन पार्टी का नाम बदलकर आॅल इण्डिया शोसियलिस्ट रिपब्लिक एसोशएशन पार्टी रखा।