पाकिस्तान के धमाकेदार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रह चुके शाहिद अफरीदी उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनका क्रेज युवाओं में सर चढ़कर बोला। बूम-बूम अफरीदी के स्लोगन से मशहूर यह ऑलराउंडर महिला फैंस के बीच अपनी जबरदस्त लोकप्रियता के लिए भी जाना जाता है। अफरीदी आजकल अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ के लिए चर्चाओं में बने हुए हैं। इसमें उन्होंने अपनी उम्र का जो खुलासा किया है उसको जानने के लिए क्रिकेट फैंस हैरान हो सकते हैं।
अफरीदी की आत्मकथा ‘गेम चेंजर-‘
इस आत्मकथा के एक चैप्टर में अफरीदी ने अपने जन्म का सन 1975 बताया है। यह उनके आधिकारिक रिकॉर्ड (1 मार्च, 1980) से पांच साल ज्यादा बड़ी उम्र है। आपको बता दें कि अफरीदी का ODI क्रिकेट में पदार्पण नैरोबी में त्रिकोणीय सीरीज में हुआ था जिसमें उन्होंने केवल 37 गेंदों पर सैंकड़ा ठोककर रातों-रात लोकप्रियता हासिल कर ली थी। यह रिकॉर्ड 17 साल तक क्रिकेट में बरकरार रहा और तब उनकी उम्र केवल 16 साल (आधिकारिक) बताई गई थी जो वास्तव (अब मिली जानकारी के अनुसार) में इससे कहीं ज्यादा थी।
सामने आया उम्र का बड़ा झूठ-
हालांकि अफरीदी ने आत्मकथा में इस किस्से का जिक्र करते हुए कहा है कि तब मैं 16 नहीं बल्कि 19 साल का था। मैं 1975 में पैदा हुआ था। अफरीदी का यह कहना काफी असमंजसता पैदा करता है क्योंकि 1975 के हिसाब से वे नैराबी सीरीज में 20 या 21 साल के होने चाहिए थे, ना की 19 साल के। मजेदार बात यह है कि अफरीदी नैरोबी सीरीज खेलने से ठीक पहले पाक की अंडर-19 टीम के सदस्य थे और अब पता चला है कि तब वे 19 साल से ज्यादा उम्र के थे।
असली उम्र छुपाते हुए खिलाड़ी-
अफरीदी ने जब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास (2010) लिया तब वह 1975 के हिसाब से 34 या 35 साल के होने चाहिए थे। यह ब्यौरा ये भी बताता है कि जब यह खिलाड़ी पाकिस्तान के लिए अंतिम मैच (2016 टी-20 विश्व कप) में खेला था, तब वह 36 नहीं बल्कि 40 या 41 साल के थे। वैसे आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व पाक कप्तान युनूस खान भी अपनी उम्र को लेकर चर्चाओं में रह चुके हैं। खान का जन्म भी इत्तेफाक से 1975 में ही हुआ था लेकिन आधिकारिक जानकारी में उनकी उम्र तीन साल कम है।