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शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित करते हुए

उत्तराखंड
देहरादून: क्वालिटी शिक्षा के लिए ‘उन्नति’ योजना को नए कलेवर में लांच किया जाएगा। इसके लिए राज्य के वर्ष 2016-17 के बजट में प्राविधान किया

जाएगा। पिछले कुछ समय में प्राईमरी स्कूलों में खासतौर पर अंग्रेजी व गणित की क्वालिटी शिक्षा में सुधार के काम ने टेकआॅफ  किया है। न्यू कैंट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश के 26 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित करते हुए उक्त बात कहीं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सर्वशिक्षा अभियान व सम्पर्क फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में सरकारी प्राईमरी स्कूलों में सम्पर्क स्मार्ट क्लास प्रोग्राम को भी विधिवत तरीके से प्रारम्भ किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने सम्पर्क फाउंडेशन को विद्यालयवार स्मार्ट क्लास प्रोग्राम का प्रतिवर्ष मूल्यांकन करने के निर्देश दिए। मूल्यांकन में पहले 50 स्थान पर रहने वाले स्कूलों को आकाशवाणी के प्रख्यात उद्घोषक रहे देवकीनंदन पांडे के नाम पर 50 हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बहुत से शिक्षक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। अन्य शिक्षकों को भी इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। एक दीये से ही दूसरा दीया जलता है। ज्ञान का प्रकाश इसी तरह से फैलता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारे द्वारा प्रारम्भ किए गए माॅडल स्कूल की सफलता पर सरकारी स्कूलों की शिक्षा की सफलता निर्भर करती है। अगले वर्ष इन माॅडल स्कूलों को आवासीय स्कूलों में परिवर्तीत किया जाएगा। हम आरटीई के तहत प्राईवेट स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों की फीस के रूप में बड़ी धनराशि उन स्कूलों को दे रहे हैं। ऐसा संज्ञान में आया है कि ये बच्चे वहां सामंजस्य नहीं कर पा रहे हैं। इन बच्चों के अभिभावकों को विश्वास में लेकर इन बच्चों को हमारे माॅडल स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने की सम्भावना देखी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि शिक्षा में काफी सुधार भी किया गया है। पहली बार कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है। जल्द ही सभी स्कूलों को प्रधानाचार्य भी मिल जाएंगे। शिक्षकों के स्थानांतरण में सरकार द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं किया जा रहा है। यदि हमारी शिक्षा व्यवस्था में कुछ और सुधार आता है तो हम 2-3 प्रतिशत अतिरिक्त बजट इसके लिए आवंटित करने पर विचार कर सकते हैं। यदि शिक्षक ठान लें तो सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को प्राईवेट स्कूलों से भी बेहतर बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा डी सैंथिल पांडियन को शिक्षकों के मामलो को जल्द हल करने के निर्देश दिए।
शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने कहा कि शिक्षकों के सहयोग से हमने बहुत कुछ सुधार किया है। आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार कई तरह की पहलें की गई हैं। उन्होंने शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को बधाई भी दी।
सम्पर्क फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष विनीत नायर ने बताया कि फाउंडेशन ने उŸाराखण्ड में सम्पर्क स्मार्ट क्लास के बदलाव कार्यक्रम के लिए 40 करोड़ रूपए निवेश किए हैं। सरकारी प्राईमरी स्कूलों के बच्चों को अंग्रेजी व गणित की रोचक शिक्षा देने के लिए स्मार्ट किट उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसमें बच्चों को पढ़ाने व सिखाने के लिए 3 डी टूल है। संगीत व गानों के साथ आॅडियो लेसन दिए गए हैं। कहानी व खेलों से सीखने की प्रक्रिया को मजेदार बनाया गया है।

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