लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही नारी शक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव रखता रहा है। कोई भी समाज आधी आबादी के सम्मान और सुरक्षा के बिना सशक्त नहीं हो सकता। आधी आबादी के सशक्तिकरण के बिना विकास योजनाओं का मूल्य अधूरा है। इसी तथ्य को ध्यान में रखकर डबल इंजन की सरकार विकास योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है। मिशन शक्ति का चतुर्थ चरण इसी श्रृंखला का हिस्सा है। इसके अन्तर्गत जहां एक ओर बहनों और बेटियों को सुरक्षा की गारण्टी दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर उनके सम्मान व स्वावलम्बन के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को जन जागरण के माध्यम से, उन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद औरैया में 688 करोड़ रुपये लागत की 145 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इनमें लगभग 239 करोड़ रुपये की 81 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 448 करोड़ रुपये से अधिक की 64 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है। मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाभी, चेक, प्रमाण पत्र तथा छात्र/छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में लगभग 100 वर्षों के पश्चात नया संसद भवन बना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नये संसद भवन के पहले सत्र में आधी आबादी को सम्मान देने के लिए ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को संसद से पारित करवा कर महिला सशक्तिकरण का कार्य किया है। बहनें लोकसभा और विधानसभाओं में एक तिहाई सीटों पर चुनकर आएंगी और प्रदेश तथा देश की विकास प्रक्रिया में भागीदार बनेंगी। यह अधिनियम आने वाली पीढ़ियों को नई प्रेरणा प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज शरद पूर्णिमा का पावन दिवस व आदि महाकाव्य रामायण के रचनाकार ऋषि वाल्मीकि जी की पावन जयन्ती है। अपने कार्यों को समय से पूरा करना और पूरी प्रतिबद्धता के साथ सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करना यदि किसी को सीखना है, तो नारी शक्ति से सीखना चाहिए। आज के कार्यक्रम में भारी संख्या में सम्मिलित हुइंर् महिलाएं इसका उदाहरण हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की सरकारी सेवाओं में बहनों को सम्मान के साथ आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। वर्ष 1947 से वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस में महिलाओं की संख्या मात्र 10 हजार थी, आज यह संख्या बढ़कर 40 हजार हो गई है। अधिक से अधिक महिलाओं को पुलिस बल में भर्ती होने का अवसर प्रदान किया गया है। मातृशक्ति के सम्मान व स्वावलम्बन के दृष्टिगत ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं क परिणाम है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बेटियां सुश्री पारुल चौधरी और सुश्री अनुरानी एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल लेकर आयी हैं। इन दोनों बेटियों ने मातृशक्ति का गौरव तथा देश का सम्मान बढ़ाया है। अपनी शक्ति और सामर्थ्य का एहसास देश और दुनिया को कराया है। प्रदेश सरकार ने इन दोनों बेटियों को डिप्टी एस0पी0 बनाने का निर्णय लिया है। एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने पर प्रदेश सरकार ने 03 करोड़ रुपए के पुरस्कार की भी व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले प्रदेश में लिंग परीक्षण के नाम पर बेटियों को पेट में ही मार दिया जाता था। इस कुप्रथा के कारण बेटे और बेटियों की संख्या में असंतुलन की स्थिति पैदा हो गई थी। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2017 में भ्रूण परीक्षण रोकने के लिए ‘मुखबिर योजना’ चलायी गयी। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में महिलाओं को ध्यान में रखकर योजनाएं प्रारम्भ की गयीं, इनमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मिशन इंद्रधनुष, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ आदि योजनाएं सम्मिलित हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब प्रदेश सरकार की योजनाएं भी इस दिशा में आगे बढ़ीं, तो इसके अच्छे परिणाम सबके सामने हैं। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत बेटी के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए अब तक 15 हजार रुपये प्रदान किये जा रहे हैं, नए सत्र में इस धनराशि को बढ़ाकर 25 हजार रुपये करने का निर्णय लिया जा चुका है। इसके लिए बजट का प्रावधान किया जा रहा है। बेटियों के विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 51 हजार रुपये की धनराशि प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने तय किया है कि यदि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अध्ययन करने वाले बच्चों को दो यूनिफॉर्म, बैग, बुक्स, जूता, मोजा, स्वेटर आदि देने की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक वर्ष रजिस्ट्रेशन के साथ ही 1,200 रुपये प्रत्येक बच्चे के परिवार के खाते में आ जाते हैं। अगर दुर्भाग्य से कोई बहन निराश्रित हो जाती है, तो उसे निराश्रित महिला पेंशन योजना से आच्छादित करने की व्यवस्था की गई है। इसके अन्तर्गत 01 हजार रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाते हैं। आने वाले समय में इस धनराशि को बढ़ाने के लिए कमेटी गठित की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत दुनिया का वह देश है, जिसने संसदीय प्रणाली लागू होने के साथ ही आधी आबादी को भी मतदान करने की पूरी स्वतंत्रता प्रदान की। देश में सन् 1952 में ही माताओं-बहनों को मताधिकार का अधिकार प्राप्त हो गया था। आधुनिक लोकतंत्र के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले ब्रिटेन में महिलाओं को यह अधिकार भारत से बाद में प्राप्त हुआ। भारत महिलाओं के हितों के लिए हमेशा प्रयासरत रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव प्रदान किया जा रहा है। हर गरीब को मकान, शौचालय, निःशुल्क रसोई गैस और विद्युत कनेक्शन प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत प्रत्येक गरीब परिवार को 05 लाख रुपये प्रतिवर्ष स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाई गई है।
प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के मंत्र पर कार्य कर रही है। प्रदेश में अराजकता व गुंडागर्दी के लिए कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार असामाजिक और अराजक तत्वों पर पूरी तरह लगाम लगा चुकी है। वर्ष 2017 से पूर्व लोग पर्व और त्योहार के समय उपद्रव से भयभीत रहते थे। विगत साढ़े 06 वर्षों से पर्व व त्योहार शांतिपूर्ण रूप से मनाये जा रहे हैं। 24 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व मनाया गया है। विजयादशमी पर्व के दौरान अनेक धार्मिक आयोजन श्रद्धा व विश्वास के साथ शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित किए गए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास आज की आवश्यकता है। यदि यह समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ता है, तो इसका लाभ बिना भेदभाव के सभी को प्राप्त होता है। जनपद औरैया में मेडिकल कॉलेज बनने का सपना साकार होने जा रहा है। जनपद में अवसंरचना, लोक कल्याण, कनेक्टिविटी, स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, आंगनबाड़ी केन्द्रों व हॉस्टल निर्माण का कार्य पूरी तत्परता से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 55 लाख परिवारों को एक-एक आवास उपलब्ध कराया गया है। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत गांव में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को उसके मकान की जमीन का अभिलेख उसके नाम पर नामांतरण करते हुए उसका मालिकाना हक उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में अब तक लगभग 75 लाख घरौनी महिलाओं के नाम पर उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। प्रदेश सरकार द्वारा दिसम्बर, 2023 तक सवा करोड़ परिवारों को घरौनी वितरण कार्यक्रम से जोड़ने की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता के संकट की साथी है। प्रदेश में कोरोना कालखण्ड से अब तक 15 करोड़ परिवारों को निःशुल्क राशन प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। विकास के इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का परिणाम है कि आज विकास का आनंद प्रत्येक गांव, क्षेत्र और जनपद के लोग ले रहे हैं। जब सरकार की नीयत साफ होती है, तो योजनाओं का लाभ प्रभावी ढंग से समाज के प्रत्येक तबके को प्राप्त होता है। आधी आबादी भी इसका लाभ प्राप्त करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी सेवाओं में डेढ़ लाख से अधिक बेटियों को नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है। प्रदेश में 56 हजार बहनें बी0सी0 सखी के रूप में कार्य कर रही हैं। प्रदेश में लाखों बहनों को महिला स्वयं सेवी समूहों के माध्यम से कार्य करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। वे लगातार अपनी प्रतिभा का लाभ ले रही हैं। जनपद झांसी में वर्ष 2019 में केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर ‘बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी’ की स्थापना की थी। इसका टर्नओवर डेढ़ सौ करोड़ रुपये प्रतिवर्ष व 15 से 16 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष शुद्ध लाभ होता है। इसमें 40 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं।
मुख्यमंत्री जी ने आगामी दीपावली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस वर्ष की दीपावली प्रदेशवासियों के लिए अत्यन्त शुभ होने वाली है। 14 वर्षों के वनवास के बाद प्रभु श्रीराम, रावण पर विजय प्राप्त करने के उपरांत जब अयोध्या आए थे, तो पूरे भारतवर्ष ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। यह अवसर 500 वर्षों के बाद फिर से आ रहा है। प्रदेश में दीपावली के दिन से प्रत्येक घर, देव स्थल दीपोत्सव के कार्यक्रम से जुड़ेगा। यह कार्यक्रम तब तक लगातार चलना चाहिए, जब तक अयोध्या में भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान न हो जाएं। जैसे ही 22 जनवरी, 2023 को प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से यह कार्यक्रम संपन्न होगा अगले दिन से प्रदेश के विभिन्न जनपदों से श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या ले जाने की व्यवस्था की जाएगी।
कार्यक्रम को महिला कल्याण मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मत्स्य मंत्री डॉ0 संजय कुमार निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।