देहरादून: मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने गांधी जयंती और शास्त्री जयंती के अवसर पर सचिवालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण स्मरण किया। अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर दुनिया में सद्भावना, प्रेम, शांति और सामंजस्य बनाये रखने के लिए सचिवालय के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों से प्रतिज्ञा दिलाई गयी। गांधी जी के प्रिय भजन रामधुन का समवेत गायन किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि जब देश में गुलामी, गरीबी, कुरीतियों, अंधविश्वास का अंधेरा व्याप्त था, महात्मा गांधी की रोशनी से देश को दिशा मिली। गांधी जी ने अपने जीवन दर्शन को खुद अमल कर लोगों के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया। अफ्रीका में भारतीय हितों के लिए संघर्ष करते हुए गांधी जी हेनरी डेविड और लियो टालस्टाय की पुस्तको से प्रभावित हुए। ग्रंथ के रूप में गीता और व्यक्तिव के रूप में राम के चरित्र से प्रभावित हुए। आजादी के लिए सशस्त्र विद्रोह के स्थान पर सत्याग्रह को अपनाया। निःसहाय लोगो को शक्ति प्रदान करना, उनका चमत्कार था। इसी तरह से शास्त्री जी भी सामान्य परिवार के व्यक्ति थे। सादगी, सरलता के साथ विचार की दृढता थी। ‘जय जवान जय किसान‘ का नारा देकर देश का मनोबल बढ़ाया। उन्होने कहा कि दोनो महामानवो का जीवन दर्शन हमारे लिए आज भी अनुकरणीय है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव सहित सचिवालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।