स्थानीय रवींद्रालय सभागार कल रात पूर्णतः भाव भावना से भरा हुआ था कारण भी पर्याप्त था, देश की रक्षा ।के शहीद हुए सैनिकों के परिवारों का सम्मान हो रहा था और मध्य प्रदेश से आई संस्था शौर्य नमन विजयी तिलक कर रही थी उत्तर प्रदेश के शहीद सैनिकों का सम्मान कर रही थी ।
शहीद मनोज पांडेय, शहीद विवेक सक्सेना श्री भुवनेश पांडेय, मेजर सलमान अहमद,कैप्टन आयुष यादव, शहीद श्याम नारायण यादव के परिवारों का सम्मान करते हुए लखनऊ की जनता हृदय से अश्रु वंदना कर रही थी।
सम्मान कोरोना काल के योद्धाओं का भी हुआ और इस शाम का हासिल रहा केबिनेट मंत्री श्री महेंद्र सिंह का सारगर्भित सम्बोधन जिन्होंने भारतीय संस्कृति का सन्दर्भ देते हुए श्रोताओं का मन झकझोर दिया। शहीद सम्मान में मंत्री महोदय के साथ डी एच एल इंफ्राबुल्स के श्री सन्तोष कुमार सिंह, कौटिल्य एकेडमी मध्य प्रदेश के मनमोहन जोशी, सुनील तिवारी और प्रदेश प्रवक्ता उत्तर प्रदेश समीर सिंह उपस्थित थे।
कवि सम्मेलन में शुरुआत हुई डॉ श्रीमति रुचि चतुर्वेदी की सरस्वती वंदना से और उनके बाद आये लखनऊ के युवा मनु व्रत वाजपेयी जिन्होंने आते ही राष्ट्र वंदना की और आराधना की। उनके बाद रामायण धर द्विवेदी ने राम गीत से अयोध्या दर्शन करा दिए, सावन शुक्ला ने एकलव्य गीत के साथ श्रोताओं को आंदोलित किया, गौरव साक्षी और हिमांशु भावसार हिन्द ने शम्भू गीत और चन्द्रशेखर आज़ाद के गीतों से मन रंजन कर दिया।
मंच पर उपस्थित ज्ञान प्रकाश आकुल ने अपने सहज भाव से श्रोता वर्ग को निजी भाव का एहसास कराया साथ ही शौर्य साहित्य सम्मान से विभूषित रमेश रंजन मिश्र की उपस्थिति ने मंच की पवित्रता बनाये रखी। गौरी मिश्रा का स्वर मंच की आभा रही ।
इस दौर के स्टार कवि गीतकार निलोतपल मृणाल के देसी अंदाज़ ने इस रात को यादगार बना दिया
स्वागत शौर्य नमन के रमेश शर्मा, विंनीत शुक्ला, विनय दीक्षित,निरंकार पांडेय ने किया