नई दिल्ली: शीर्ष वैश्विक समुद्री केंद्रों में से एक बनने के सरकार के संकल्प के साथ केंद्रीय जहाजरानी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने मुंबई में हुई पहली इंडिया मैरीटाइम समिट के दौरान आज बांग्लादेश, मारदीव, मॉरिशस, मडगासकर और सूडान से आए 100 उच्च स्तरीय विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात की। समिट जहाजरानी मंत्रालय, भारत की अहम पहल है, जिसका उद्देश्य भारत के समुद्री क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं को दुनिया के सामने रखना था। समिट के दौरान सरकार की महत्वाकांक्षी सागरमाला परियोजना पर आधारित कई सत्र भी हुए।
श्री नितिन गडकरी ने कई प्रयासों का उल्लेख किया, जो जहाजरानी, बंदरगाह, रेलवे और व्यापार एवं वाणिज्य में द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग बढ़ाने से संबंधित हैं। विदेशी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए श्री गडकरी ने कहा, ‘समुद्री विकास सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है, जिससे जहाज निर्माण, जहाज मरम्मत, जहाज तोड़ने, अंतर्देशीय जल परिवहन, क्रूज शिपिंग सहित कई क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं पैदा होंगी।’
इस अवसर पर दक्षिण अफ्रीका के उप परिवहन मंत्री श्री सिंडीस्वे चिकुंगा, मैरीटाइम इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्री डेवलपमेंट के कार्यकारी सीडी श्री मथुंजी मडिया, डायरेक्टर-मल्टीलेटरल कोऑर्डेनेशन श्री थेम्बा नकोंतवाना आदि कई ने श्री गडकरी से मुलाकात की।
इसी प्रकार द्विपक्षीय वार्ता करने वालों में बांग्लादेश के जहाजरानी मंत्री श्री शाहजहान खान, चिट्टगांग पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन एडमिरल खालिद इकबाल, बांग्लादेश शिपिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन श्री हबीबुर रहमान शामिल रहे।
मालदीव के आर्थिक विकास मंत्री श्री मोहम्मद सईद, मैरीटाइम डायरेक्टर जनरल श्री अब्दुल नासिर और अन्य अधिकारी भी प्रतिनिधियों में शामिल रहे।
इस अवसर पर मॉरिशस के ओसीन इकोनॉमी मंत्री (समुद्री संसाधन) श्री पी कुंजू, मडगासकर के पर्यटन, परिववहन और मौसम मंत्री श्री एड्रियनतियाना अरलिख और सूडान के परिवहन, सड़क व पुल मंत्री श्री माकावी मोहम्मद अवाद ओशी ने भी गडकरी के साथ अपने विचार साझा किए।