नई दिल्ली: स्वच्छता ही सेवा अभियान के अवसर (15 सितंबर से 2 अक्तूबर) पर जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने आज यमुना नदी में आईटीओ के नजदीक छठ घाट पर श्रमदान का आयोजन किया। अभियान के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि घाट को हर प्रकार के ठोस कचरे से मुक्त कर दिया जाए।
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय में सचिव श्री यू.पी. सिंह के नेतृत्व में मंत्रालय के स्वयंसेवियों ने छठ घाट से प्लास्टिक और अन्य ठोस कचरे की सफाई की। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा, “डब्ल्यूएपीसीओएस द्वारा छठ घाट में नियमित आधार पर सफाई का काम अपने हाथ में लेने के बाद वहां सफाई के मामले में सुधार देखने को मिला है। मैं आज इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं, मैं उनसे आग्रह करता हूं कि वे हमारी नदियों और उसके आसपास के इलाकों को स्वच्छ रखने का संदेश फैलाएं, क्योंकि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक है।”
अवर सचिव श्रीमती टी. राजेश्वरी, मंत्रालय के संयुक्त सचिवों श्री नीतिश्वर कुमार और श्री अखिल कुमार तथा डब्ल्यूएपीसीओएस के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री आर.के. गुप्ता के अलावा मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सौ से अधिक अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इन दिनों चल रहे स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत आज कालिंदी कुंज घाट में भी इसी प्रकार का श्रमदान कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा आयोजित किया गया।
हालांकि नमामि गंगे कार्यक्रम के तत्वाधान में गंगा के संरक्षण का काम तेजी से चल रहा है, गंगा की सहायक नदियों जैसे यमुना, हिंडन, रामगंगा, कोसी आदि नदियों की सफाई का काम प्राथमिकता के आधार पर हाथ में लिया गया है।