नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि श्री अनंत कुमार को उनकी ऊर्जा, उत्साह और पहल के लिए जाना जाता था। उन्हें जो भी उत्तरदायित्व सौंपा जाता था, वे उसे बखूबी पूरा करते थे। श्री नायडू आज नई दिल्ला में पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. श्री अनंत कुमार की शोक सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि श्री अनंत कुमार ने छात्रों से जुड़े मुद्दे तथा राजनीति में गहरी रूचि दिखाई और स्व. श्री जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में आंदोलन में भी हिस्सा लिया। उन्हें 1996 में 11वें लोकसभा के लिए पहली बार चुना गया था। श्री कुमार बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से लगातार 6 बार सदन के सदस्य रहे। श्री नायडू ने कहा कि किसी शहरी निर्वाचन क्षेत्र से निरंतर 22 वर्षों तक लोकसभा सदस्य होना और जागरूक मतदाताओँ द्वारा लगातार 6 बार निर्वाचित होना इस बात का साक्षी है कि वे किस हद तक अपनी जनता और अपने स्थान से जुड़े हुए थे और लोगों के दिलो-दिमाग में उनका कितना महत्व था।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम मार्गदर्शन में रसायन और उर्वरक मंत्री के रूप में यूरिया को अनिवार्य रूप से नीम लेपित करने में उनका ऐतिहासिक योगदान था। उन्होंने कहा कि सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओँ के बारे में उनकी चिंता के कारण देशभर में जन औषधि केन्द्रों का विस्तार किया गया।
श्री नायडू ने कहा कि श्री अनंत कुमार के निधन से देश ने एक ऐसे समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि को खो दिया है, जिसने लोगों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत की। श्री कुमार एक विशिष्ट संसदविद्, एक सक्षम प्रशासक और एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा, ‘मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवार के शोकसंतप्त लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’