ब्रिक्स के पर्यावरण मंत्रियों की नौवीं बैठक का आज दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजन हुआ। इसका विषय “सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की प्राप्ति की दिशा में ब्रिक्स के बीच पर्यावरण सहयोग को आगे बढ़ाना” था। इस बैठक से पहले, ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान अपनाए जाने वाले परिणाम दस्तावेजों को अंतिम रूप देने के लिए 27 जून को वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक हुई।
भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि जुलाई 2018 में ब्रिक्स देशों के बीच हस्ताक्षरित ब्रिक्स पर्यावरण समझौता ज्ञापन की कार्यान्वयन योजना ज्ञान, सूचना, विचारों, सर्वोत्तम प्रथाओं आदि के आदान-प्रदान के लिए एक मंच हो सकती है।
श्री यादव ने ब्रिक्स देशों से तत्काल ठोस जलवायु कार्रवाई करने और धरती को बचाने के प्रयासों में तेजी लाने का आह्वान किया।
केंद्रीय मंत्री ने पर्यावरण की सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और जैवविविधता के नुकसान से निपटने के लिए भारत द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत द्वारा की गई प्रमुख पहलों को भी साझा किया।
प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए मिशन लाईफ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री यादव ने कहा कि मिशन लाईफ व्यक्तिगत स्तर सहित सभी स्तरों पर जलवायु परिवर्तन, जैवविविधता हानि और प्रदूषण से निपटने के लिए जीवन शैली में बदलाव को अपनाने के बारे में भी है।
श्री यादव ने आग्रह किया कि जलवायु परिवर्तन से निपटने और जैवविविधता की रक्षा के लिए अधिक से अधिक प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरणीय न्याय; जलवायु न्याय; निष्पक्ष, न्यायपूर्ण और समावेशी संक्रमण सुनिश्चित करने के लिए संगठित होते हुए ब्रिक्स देशों के लिए वित्त और प्रौद्योगिकी साझेदारी प्रमुख स्तंभ हैं।