केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज सेल के ओडिशा स्थित राउरकेला इस्पात संयंत्र में एक 100 बेड वाले कोविड देखभाल सुविधा, इस्पात निदान केंद्र, को राष्ट्र को समर्पित किया। इस सुविधा को बाद में बढ़ाकर 500 बिस्तरों वाला किया जाएगा। इस विशाल कोविड-केयर सुविधा के सभी बेड में सीधे इस्पात संयंत्र की ऑक्सीजन इकाई से लाई गई निर्धारित लाइन के जरिए गैसीय ऑक्सीजन का प्रावधान है। इससे जीवन रक्षक ऑक्सीजन की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित करने के अलावा, सिलेंडरों को फिर से भरने की जरूरत और साजो-समान संबंधित मामलों से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। यह बड़ी सुविधा, जिसे रिकॉर्ड समय के भीतर स्थापित किया गया है, कोविड के खिलाफ लड़ाई के लिए पहले से उपलब्ध बेड और आईसीयू बेड के अतिरिक्त है।
इस वर्चुअल कार्यक्रम में इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री श्री नबा किशोर दास, सुंदरगढ़ के सांसद श्री जुएल ओराम, क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि, सेल की अध्यक्ष व सीईओ श्रीमती सोमा मोंडल और इस्पात मंत्रालय व सेल के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि यह विशाल सुविधा दक्षिणी राउरकेला क्षेत्र में कोविड महामारी की दूसरी लहर को रोकने में मदद करेगी और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा प्रतिक्रिया को भी मजबूत करेगी। उन्होंने आगे कहा कि महामारी के बाद गैर-कोविड उपचार के लिए भी इस स्थायी सुविधा का उपयोग किया जाएगा।
श्री प्रधान ने कहा कि सेल का आईपीजीआई-एसएसएच पहले से ही इस क्षेत्र के कोविड मरीजों की सेवा में है। हाल ही में, अस्पताल में 100 बिस्तरों वाले आईसीयू को लोगों की जान बचाने के लिए सेवा में लगाया गया था। आरटी-पीसीआर जांच की सुविधा के लिए अस्पताल में एक विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला भी स्थापित की गई थी, जिसकी क्षमता 60 से बढ़ाकर लगभग 550 प्रति दिन कर दी गई है और कुछ समय बाद ही इसे बढ़ाकर 1000 कर दिया जाएगा। श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सेल लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन व आपूर्ति के साथ-साथ अपने संयंत्रों में और उसके आस-पास स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने में अग्रणी रहा है। उन्होंने इस महामारी से लड़ने में सरकार की कोशिशों को पूरा करने के लिए सेल के अथक प्रयासों की सराहना की।
श्री प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार समाज के सभी वर्गों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील रही है और कोविड महामारी के प्रभाव को कम करने व खत्म करने के लिए सहकारी संघवाद की सच्ची भावना से काम किया गया है। राउरकेला में कोविड देखभाल केंद्र स्थापित करने से लेकर राज्यों को मुफ्त टीके देने तक, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के प्रबंधन से लेकर राज्यों को अन्य महत्वपूर्ण संसाधनों से युक्त करने तक, केंद्र राज्यों के साथ खड़ा है और इस महामारी से निपटने के लिए हाथ से हाथ मिलाकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच हमारे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीते कल ही 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई।