नई दिल्ली: भारत ने आज चार विश्व स्तरीय ब्राडबैंड उत्पादों का शुभारंभ किया। इन उत्पादों को सी-डॉट ने विकसित किया है। इसके साथ ही भारत उत्कृष्ट दूरसंचार सेवाओं और एडवान्स्ड ब्राडबैंड आधारित सेवाओं को कारगर ढंग से सुलभ कराने के संबंध में दुनिया में अन्य सभी विकसित देशों के बराबर हो गया है।
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने आज सी-डॉट की ओर से देश में विकसित नए उत्पादों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार सभी ढाई लाख गांवों में ब्राडबैंड सेवाएं पहुंचाने तथा ढाई वर्ष में इ्ंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या 30 करोड़ से बढ़ाकर 50 करोड़ करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री प्रसाद ने कीन्या के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, कैबिनेट सचिव, आइसीटी की मौजूदगी में नई दिल्ली में सी-डॉट परिसर में आयोजित समारोह में इन उत्पादों का शुभारंभ किया। श्री प्रसाद ने कहा कि इस वर्ष के आरंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए आरंभ डिजिटल इंडिया पहल के लिए उन्नत डिजिटल बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नए उत्पाद पेश किए गए हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया पहल हर भारतीय की हथेली में प्रशासन उपलब्ध कराने के लिए है। यह राजगीर और बढ़ई जैसे गरीबों, वंचितों और सीमांत लोगों के लिए अधिक महत्वपूर्ण है। असल में, डिजिटल इंडिया क्रांतिकारी कार्यक्रम है तथा सकारात्मक बदलाव लाने का सपना है।
श्री प्रसाद ने सी-डॉट को संबंधित स्थानीय भाषाओं डिजिटल साक्षरता सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया। डिजिटल इंडिया पहल से भारत के लोगों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। यह पहल प्रधानमंत्री ने शुरू की है। इससे भारत को विकसित, वैश्विक रूप से विश्वसनीय बनाने में मदद मिलेगी तथा मेक इन इंडिया एवं स्किल इंडिया कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। श्री प्रसाद ने स्किल इंडिया पर बल देते हुए कहा कि मोबाइल की मरम्मत में कमाई के पर्याप्त अवसर विद्यमान हैं क्योंकि मोबाइल सेट की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है।
श्री प्रसाद ने देश में, खासतौर से ग्रामीण भारत में दूरसंचार परिदृश्य के कायाकल्प में सी-डॉट की भूमिका की सराहना की। सी-डॉट ने राष्ट्र में ब्राडबैंड उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने सी-डॉट की ओर से विकसित उत्पादों की सराहना की। श्री प्रसाद ने कहा कि लंबी दूरी की वाई फाई से दूरी की समस्या हल होगी जबकि सौर बिजली वाले वाई फाई से बिजली की उपलब्धता पर निर्भरता कम होगी।
इस अवसर पर दूरसंचार सचिव श्री राकेश गर्ग ने मुख्य भाषण में आशा प्रकट की कि निजी क्षेत्र सी-डॉट के उत्पादों से लाभ उठाएगा। सी-डॉट के कार्यकारी निदेशक विपिन त्यागी ने स्वागत भाषण में कहा कि रोटी, कपड़ा, मकान और ब्राडबैंड मनुष्य की बुनियादी जरूरतें हैं। सी-डॉट ने दो वाई फाई उत्पाद अर्थात लंबी दूरी का वाई फाई और सौर ऊर्जा से चलने वाला वाई फाई प्रस्तुत किया जो ग्रामीण क्षेत्रों, पर्वतीय क्षेत्रों, राजमार्गों और सुरंगों इत्यादि में कनेक्टिवटी की समस्या दूरे करेंगे। इसके अलावा 100 जीबीपीएस ओएफसी लिंक सिस्टम सुतीवरा का शुभारंभ किया गया। एमटीएनएल नेटवर्क में सी-डॉट एनजीएन एडवान्स्ड आइपी आधारित नेटवर्क है जो मौजूदा टीडीएम की जगह लेगा।
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