देहरादून/दुबई: पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा है कि उत्तराखंड को अपार प्राकृतिक सुंदरता का उपहार मिला है, जो सदियों से देश-दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। दुबई में आयोजित चार दिवसीय अरेबियन ट्रैवल मार्केट (एटीएम) के दूसरे दिन आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए श्री महाराज ने कहा कि प्रदेश सरकार ऐतिहासिक महत्व के कई पर्यटक स्थलों को पर्यटकों के लिए खोल रही है। इनमें से गरतांग गली की सीढ़ियों को पहले ही खोला जा चुका है।
श्री सतपाल महाराज ने कहा कि करीब दो साल बाद कोरोना से सामान्य हुई स्थिति को देखते हुए एक बार फिर से उत्तराखण्ड में सभी पर्यटन गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है। तीन मई से शुरू हुई विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में इस साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों की आने की उम्मीद है। इसके लिए सरकार की ओर से सभी तैयारियां की गई हैं।
उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में गरतांग गली का विशेष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत-तिब्बत व्यापार की गवाह रही नेलांग घाटी में स्थित ऐतिहासिक गरतांग गली की सीढ़ियों का देश दुनिया के पर्यटक दीदार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं को भी राज्य में विभिन्न दर्शनीय स्थलों की फिल्म शूटिंग क्षमता का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। ऋषिकेश के बीटल्स आश्रम की बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीटल्स ने उत्तराखंड के ऋषिकेश में बीटल्स आश्रम में कुछ सबसे प्रतिष्ठित गीतों की रचना की, जिसमें देहरादून पर एक गीत भी शामिल है।
रुद्रप्रयाग जिले के चोपता का जिक्र करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि चोपता अद्वितीय सौंदर्य से भरपूर है। प्रदेश में पर्यटन से संबंधित बुनियादी सुविधाओं के विकास को लेकर श्री महाराज ने बताया कि हरिद्वार में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित किया जा रहा है और वह दिन दूर नहीं जब हरिद्वार से चारधाम, योग और गंगा दर्शन के लिए उड़ाने भरी जाएंगी। पर्यटकों के बीच होमस्टे और स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा देने की दिशा में उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि हम दीनदयाल होमस्टे योजना के तहत स्थानीय लोगों को होमस्टे स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दे रहे हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान सुश्री रूपिंदर बराड़ अपर महानिदेशक केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय, सुश्री रकुल प्रीत फिल्म अभिनेत्री, श्री के. कालीमथू सांस्कृतिक सचिव भारतीय दूतावास, दुबई, प्रशांत रंजन, निदेशक केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय, उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान और नैनीताल जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडे मौजूद रहे।