लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य वित्त पोषित झींगा मछली पालन योजना के अन्र्तगत गरीब किसानों, मछली पालकों तथा मछुआ समुदाय के व्यक्तियों को झींगा पालन हेतु 50 प्रतिशत का अनुदान देने की व्यवस्था की है। समस्त मत्स्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि झींगा मछली पालन हेतु जनपदों के ऐसे गरीब मत्स्य पालकों का चयन करें जिनके पास 0.500 हेक्टेयर का जल क्षेत्र हो और पहले से ही मत्स्य पालन कार्य कर रहे हों।
यह जानकारी प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री श्री इकबाल महमूद ने दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत आर्थिक रूप से कमजोर मत्स्य पालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने तथा झींगा मछली पालन का लाभ दिलाने हेतु योजना की लागत 50 हजार रू0 में से 25 हजार रू0 शासकीय अनुदान तथा शेष 25 हजार रू0 लाभार्थी द्वारा स्वयं वहन करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक आवेदक सादे कागज पर पात्रता सम्बंधी साक्ष्य अपना फोटो लगाकर, सम्पूर्ण पता अंकित करते हुए जनपदों के जिला मत्स्य विकास कार्यालयों/अभिकरणों में सम्बंधित विभागीय अफसरों को उपलब्ध करा दें।
मत्स्य विकास मंत्री ने जनपद के समस्त मत्स्य पालको,ं निजी क्षेत्र के मछली पालकों एवं कृृषकों से अपेक्षा की है कि वे मत्स्य पालक विकास अभिकरण के अन्तर्गत मत्स्य विकास निगम की हैचरी से मेजर कार्प मत्स्य बीजों का होने वाले वितरण कार्यक्रम का जुलाई माह में लाभ उठायें। जिन मत्स्य पालाको ंके पास मछली पालन हेतु 10 वर्षीय मछली पालन के तालाबों के पट्टे हंै और तालाब में भरपूर पानी की उपलब्धता के उपरान्त मत्स्य बीजों का संचय जरूर करना शुरू करें । मत्स्य बीजों की कीमतों की जानकारी सम्बंधित कार्यालय/हैचरियों से प्राप्त की जा सकती है। लाभार्थी मत्स्य बीजों की कीमत जमा करके मत्स्य बीज प्राप्त कर सकते है।
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