लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव आज अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिद्धार्थ नगर पहुंचे। वहां पर उन्हें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री कौशल किशोर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 वी0के0 गप्ता विरूद्ध कई शिकायतें मिलीं। उन्होंने इन अधिकारियों को कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही और अनियमितताओं की शिकायतों पर तत्काल निलम्बित किए जाने के निर्देश दिए।
सिद्धार्थ नगर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने सिद्धार्थ विश्वविद्यालय भवन के निर्माण कार्याें का गहनतापूर्वक निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद निर्मित विष्वविद्यालय भवन के हाॅल में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्हें जनपद के अधिकारियों द्वारा मनमाने तरीके से किए जा रहे कार्यों और भ्रष्टाचार की जानकारी दी गयी। जिला बेसिक षिक्षा अधिकारी द्वारा षिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजन पर धनउगाही व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा दवाओं की खरीद पर मार्केट दर से अधिक दरों पर किए गए भुगतान सम्बन्धित प्रकरणों में भ्रष्टाचार की षिकायत मुख्यमंत्री से की गयी।
मुख्यमंत्री ने विष्वविद्यालय भवन निरीक्षण करने के बाद कपिलवस्तु पिपरहा स्थित महात्मा गौतम बुद्ध की जन्मस्थली स्तूप पर श्रद्धांजलि अर्पित की। स्तूप को देखकर लौट रहे मुख्यमंत्री बर्डपुर नं0-1 पिपरहवा में रुके। उन्होंने वहां पर ग्रामीणों की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुनकर जिलाधिकारी को निर्देष दिए कि इस गांव में ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण कराया जाए। आज निरीक्षण कार्यक्रम में गनवरिया को भी देखा गया।
प्रेसवार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उनका यह प्रयास है कि सिद्धार्थ विष्वविद्यालय में षिक्षण कार्य जुलाई माह से शुरू हो जाए। विष्वविद्यालय भवन निर्माण के लिए जितने भी धन की आवष्यकता होगी, उसे पूरा किया जाएगा। सरकार की पूरी मंषा है कि सिद्धार्थ विष्वविद्यालय का भवन खूबसूरत हो, भवन निर्माण कार्य में तेजी लायी जाए और निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद के समीपवर्ती नेपाल देष के बच्चों के लिए भी सिद्धार्थ विष्वविद्यालय में षिक्षा की उत्तम व्यवस्था की जाएगी। नेपाल के बच्चों को उच्च षिक्षा ग्रहण करने के लिए हाॅस्टल बनाए जाने के लिए अलग से बजट का प्रबन्ध किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि सिद्धार्थ विष्वविद्यालय के निकट सात-आठ गांवों को जनेष्वर मिश्र ग्राम योजना से आच्छादित किए जाने की भी घोषणा की गई है।