लखनऊः उत्तर प्रदेश के वस्त्रोद्योग मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की सकारात्मक पहल के चलते उ0प्र0 हैण्डलूम कारपोरेशन एवं यूपिका की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है। पहली बार हैण्डलूम कारपोरेशन एवं यूपिका फायदे में आई हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 में जहां यू0पी0 स्टेट इण्डस्ट्रियल को-आपरेटिव एसोसिएशन (यूपिका) का शुद्ध लाभ 3.24 करोड़ रुपये रहा है, वहीं यू0पी0 स्टेट हैण्डलूम कारपोरेशन ने 1.97 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने बताया कि हथकरघा निगम का कुल व्यवसाय 110 करोड़ रुपये रहा है और यूपिका ने भी 104 करोड़ रुपये की बिक्री की है।
श्री पचैरी ने यह जानकारी आज सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित मीडिया से बातचीत के दौरान दी। इस मौके पर वस्त्रोद्योग मंत्री ने राज्य हथकरघा निगम और यूपिका द्वारा व्यवसाय में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने पर इन निगमों के 04 अधिकारियों एवं 05 कर्मचारियों को प्रशस्तिपत्र एवं नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। राज्य हथकरघा निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री अवनीश कुमार सक्सेना को प्रथम पुरस्कार के रुप में 5000 रुपये तथा प्रभात वर्धन को द्वितीय पुरस्कार स्वरूप 2000 रुपये की राशि प्रदान की गई। इसी प्रकार यूपिका के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को प्रथम एवं अब्दुल करीम को द्वितीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 5000 हजार एवं 2000 रुपये देकर पुरस्कृत किया गया।
वस्त्रोद्योग मंत्री ने कहा कि निगमों के अधिकारियों/कर्मचारियों के कल्याण पर पूर्ववर्ती सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण उन्हें अभी तक चैथा वेतनमान ही मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ये निगम यदि इसी प्रकार लाभ अर्जित करते रहेंगे और अपने व्यवसाय में बढ़ोत्तरी करंेगे, तो सरकार उन्हें अगले वेतन आयोग की संस्तुतियों का लाभ देने का प्रयास करेगी।
इससे पूर्व श्री पचैरी उ0प्र0 हैण्डलूम कारपोरेशन एवं यूपिका के विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि निगम एवं यूपिका के व्यवसाय को और बेहतर बनाया जाय। उन्होंने कहा कि घाटे में चल रहे हैण्डलूम एवं यूपिका के शोरूम, जो किराये की बिल्डिंग में हैं, ऐसे शोरूमों को बंद करने पर विचार किया जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश मंे कम से कम एक ऐसा शोरूम आधुनिक रूप में विकसित किया जाय, जिसमें आगे शोरूम हो और उसके पीछे लूम का कार्य किया जा रहा हो, ताकि शोरूम पर आने वाले व्यक्ति इसका लाइव डिमांस्ट्रेशन देखकर और अधिक आकर्षित हो। उन्होंने अपर मुख्य सचिव को देश के विभिन्न राज्यों में संचालित हथकरघा निगमों के शोरूमों की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।
हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मुकुल सिंघल ने अवगत कराया कि राज्य में यूपिका के 46 शोरूम संचालित हैं, जिसमें स्वयं के 13 तथा किराये पर 33 शोरूम चल रहे हैं। इसी प्रकार राज्य हथकरघा निगम के प्रदेश में 70 शोरूम कार्यरत हैं, इनमें 23 शोरूम किराये के भवन में है। उन्हांेने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि देश एवं प्रदेश के समस्त शोरूम की समीक्षा करते हुए घाटे में चल रहे शोरूम को लाभ में लाने का प्रयास किया जायेगा।