लखनऊ: प्रदेश की आम जनता को उपलब्ध कराए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता की रासायनिक एवं जैविक जांच के लिए आज राणा प्रताप मार्ग स्थित जल निगम मुख्यालय में उ0प्र0 जल निगम तथा राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान नागपुर (नीरी) के मध्य एक अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षरित किया गया। इससे आम जनता को शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।
यह जानकारी राज्य ग्रामीण पेयजल एवं स्वछता मिशन के अधिशाषी निदेशक श्री सुरेन्द्र राम ने दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण जलापूर्ति कार्यक्रम (जलगुणता अनुश्रवण एवं निगरानी) के अंतर्गत प्रदेश में पेयजल की गुणवत्ता की जांच के लिए उ0प्र0 जल निगम द्वारा 76 राज्य, क्षेत्रीय तथा जनपद स्तरीय जल विश्लेषक प्रयोगशालाओं के संचालन के लिए यह एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया गया।
इस मौके पर जल निगम के अध्यक्ष श्री जी0 पटनायक, नीरी के प्रबंधक निदेशक डा0 राकेश कुमार, डब्ल्यू0एस0एस0ओ0 के निदेशक श्री आर0एम0 त्रिपाठी तथा मुख्य अभियंता श्री जी0पी0 शुक्ला, अधिशाषी अभियंता समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।