लखनऊ: जनपद प्रतापगढ़ की धरती पर राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियेागिता का आयोजन होना प्रतापगढ़ के लिए गौरव की बात है। खेलकूद के इस प्रतियोगिता में पूरा उत्तर प्रदेश आज यहां दिख रहा है। प्रदेश के कोने-कोने से इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागी यहां से एक नया संदेश लेकर जायेंगे कि आने वाले बड़ी से बड़ी प्रतियोगिताओं में बाजी मारेंगे। प्रतापगढ़ त्याग और बलिदान की धरती है। इस धरती में महान संत, वैज्ञानिक पैदा किया है जो पूरी दुनिया में इस जनपद का नाम रोशन किया है। प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा प्रो0 शिवाकांत ओझा ने जनपद प्रतापगढ़ में पहलीबार आयोजित राज्य स्तरीय पालीटेक्निक खेलकूद, वाद-विवाद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर सम्बोधित करते हुए उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि स्वामी करयात्री जी महान संत थे, जिनको दुनिया में धर्म सम्राट कहा गया। आचार्य भिजाररी दास, राजा दिनेश सिंह, पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय प्रतापगढ़ का नाम रोशन किया है।
उन्होंने छात्र/छात्राओं को नसीहत दी कि जो आज करना है उसे कल के लिए न छोड़े। उन्होंने विभाग की कार्यवाही सुधार की बात करते हुए कहा कि नियुक्तियां एवं पदोन्नतियों के काम में तेजी से निपटाने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया। प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिया कि पाठ्यक्रम मे ंसुधार लाया जाय। पाठ्यक्रम दुरूस्त होने से प्रथम वर्ष में आधे बच्चे फेल हो जाते हैं। उन्होंने इसी को ध्यान में रखते हुए कहा कि बच्चे अगले साल से नये (पाठ्यक्रम) से परीक्षा देंगे।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों, पालीटेक्निकों शौचालय, बाथरूम किचन आदि दुरूस्त कराया जाय। उन्होंने कहा कि पालीटेक्निक कालेजों में बच्चों के साथ किसी भी प्रकार का भेद-भाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया कि मेहनत के बिना दुनिया में कुछ नहीं मिलता। दुनिया को बुद्धि से जीत सकते हैं। हिन्दुस्तान का आईक्यू पूरी दुनिया में सबसे आगे है।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर प्रतापगढ़ का क्षितिज वार्षिक स्मारिका का विमोचन किया।
जनपद में राज्य स्तरीय पालीटेक्निक ख्ेालकूद, वाद-विवाद, सांस्कृतिक प्रतिभागियों ने शपथ ग्रहण किया। प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने प्रतियोगिता के शुभारम्भ की घोषणा की। छात्रों द्वारा युद्ध की माकड्रिल का प्रदर्शन किया गया। प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने 800 मीटर दौड़ में बालक/बालिका वर्ग के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को मेडल प्रदान करके पुरस्कृत किया।