नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के रीवा में आयोजित छह दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल की उपस्थिति में रंगारंग समापन हो गया।
श्री पटेल ने एक छोटे से स्थान पर युवाओं और बुजुर्गों सबके लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा के तहत पूरे देश की सांस्कृतिक झलक तथा विभिन्न व्यंजन, लोक नृत्य, मनोरंजन और तरह तरह के उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए मंत्रालय और स्थानीय आयोजकों के अनवरत प्रयासों की सराहना की।
भव्य रंगारंग समापन समारोह में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। महोत्सव की शुरुआत जबलपुर के गोल बाजार इलाके से हुई थी जहां स्थानीय हस्तशिल्प तथा विभिन्न कलाओं के साथ ही तरह तरह के पारंपरिक व्यजनों के स्टॉल भी लगाए गए थे।
महोत्सव के समापन मौके पर रीवा में बड़ी संख्या में लोग जुटे। समापन समारोह में स्थानीय विधायक,गणमान्य लोग तथा मंत्रालय के कई अधिकारी भी मौजूद थे।
कई जाने माने कलाकारों ने इस दौरान अपनी प्रस्तुतियां दीं। सुषमा शुक्ला और उनके समूह ने मध्यप्रदेश का पारंपरिक बघेली लोक गीत प्रस्तुत किया। दस जाने माने कवियों ने अपनी शेरो शायरी से समां बांधा। जानी मानी कथक नृत्यांगना सुश्री आरुषी निशंक ने भी अपनी खूबसूरत प्रस्तुति दी। जाने माने नृत्य निर्देशक डॉ प्रसन्ना गोगोई ने 400 कलाकारों के साथ
कई राज्यों के पांरपरिक नृत्य प्रस्तुत किए। इस दौरान राजस्थान, ओडिशा, गोवा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और कर्नाटक के दस्तकारों और शिल्पकारों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किए।
छह दिवसीय इस महोत्सव के दौरान भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश की गई।