नई दिल्लीः कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) ने नया भारत की भावना का समारोह मनाने के लिए आपस में हाथ मिलाया है जिससे वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार के ‘ग्राम स्वराज अभियान‘ को परिवर्द्धित किया जा सके जो सरकार की गरीबोन्मुखी पहलों को लेकर जागरूकता और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा दे रही है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री श्री धमेंद्र प्रधान ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘ हमारी सरकार ने इस देश के सभी लोगों के समर्थन से शासन के 4 सफल वर्ष संपन्न किए हैं। ‘सबका साथ सबका विकास‘ के हमारे विजन का धीरे धीरे प्रभाव दिखने लगा है और हमने इस अभियान की शुरूआत हमारे ‘ग्राम‘ हमारे गांवों पर फिर से फोकस करने के लिए की है।
उन्होंने कहा कि कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री के रूप में, अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक दोनों ही प्रकारों के प्रशिक्षण के जरिये हमारी कोशिश स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण कौशल प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करने की है।
श्री प्रधान ने कहा कि ‘मैं हमारे सभी युवाओं, उनके माता पिताओं और हमारे समाज के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे बेशुमार संसाधनों एवं हमारी सरकार द्वारा उपलब्ध योजनाओं का लाभ उठाएं।
इसी परिप्रेक्ष्य में, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने भुवनेश्वर के खोरधा के न्यू वीमेंस कॉलेज में एक आजीविका एवं कौशल विकास मेला का आयोजन किया जिसमें समाज के सभी वर्गों के 5000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
रोजगार मेला (प्लेसमेंट ड्राइव) के लिए लगभग 3000 उम्मीदवारों ने पंजीकृत कराया जिसमें यूरेका फोर्ब्स, फ्लिपकार्ट, ओला, रिलायंस डिजिटल, वीएलसीसी जैसी 41 अग्रणी कंपनियों द्वारा 1000 से अधिक प्रत्याशियों का चयन किया गया।
समारोह के दौरान कौशल मेला का भी आयोजन किया गया जिसमें सेक्टर स्किल काउंसिल, बैंकर, प्रशिक्षण साझीदार,उद्योग, आईटीआई आदि जैसे विविध हितधारकों द्वारा प्रदर्शनी आयोजित की गई जिन्होंने प्रत्याशियों एवं उनके अभिभावकों को परामर्श प्रदान किया।